सिक्किम की तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ को 120 घंटों से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अब तक 105 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. मलबे में दबे 33 शवों को बरामद कर लिया गया है, इनमें सेना के 9 जवान भी शामिल हैं.
उत्तरी पश्चिम बंगाल से सटे जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने कहा है कि नदी की निचली धारा से 40 शव निकाले गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि सिक्किम और पश्चिम बंगाल राज्यों द्वारा जो आंकड़ा दिया गया है, उनमें कुछ दोहराव हो सकता है. हालांकि दोनों राज्य अपने-अपने बचाव प्रयासों के बारे में एक-दूसरे को सूचित कर रहे हैं.
रक्षा अधिकारी ने कहा कि वायुसेना दिवस पर वायुसेना ने सिक्किम के बाढ़ पीड़ितों के लिए वायु सेना स्टेशन बागडोगरा से मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान शुरू किया. उन्होंने कहा कि वायु सेना ने रविवार से चिनूक और MI17 V5 हेलीकॉप्टरों द्वारा गरुड़ कमांडो, संचार उपकरण, ईंधन, दवाएं, खोज और बचाव उपकरण राज्य में ले जाना शुरू कर दिया.
बाढ़ में 60 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित
बीते बुधवार को बादल फटने से आई अचानक बाढ़ ने 60,870 लोगों को प्रभावित किया है. सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, अबतक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से 2563 लोगों को बचाया गया है, जिनमें से अधिकांश देश के बाकी हिस्सों से कट गए हैं.
105 लोग लापता, तलाश जारी
इस तबाही में लापता हुए 105 लोगों की तलाश जारी है. इनमें से पाकयोंग जिले में 63 लोग, गंगटोक जिले में 20, मंगन में 16 और नामची में छह लोग लापता हैं. अधिकारियों ने कहा कि तलाशी अभियान के लिए विशेष रडार, ड्रोन और सेना के कुत्तों को तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि अब तक पाकयोंग में 21, गंगटोक में छह, मंगन में चार और नामची में दो शव बरामद किए गए हैं.
तीस्ता नदी पर बने पुल डैमेज
वहीं सिक्किम की लाइफ लाइन कहा जाने वाला नेशनल हाईवे 10 तीस्ता नदी पर पुलों के क्षतिग्रस्त होने की वजह से अनुपयोगी हो गया है. उन्होंने कहा कि रंगपो और सिंगताम के बीच विस्तार को खोलने और चौड़ा करने की प्रक्रिया जारी है. गंगटोक के लिए वैकल्पिक मार्ग पूर्वी सिक्किम जिले से होकर खुले हैं. हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी सिक्किम में, मंगन से आगे की सड़कें कट गई हैं.
ITBP ने 56 लोगों को बचाया
आईटीबीपी ने कहा कि उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग में 56 लोगों को बचाया गया, जो अचानक आई बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक है. बचाए गए लोगों में 52 पुरुष और चार महिलाएं थीं. राज्य भर में स्थापित 30 राहत शिविरों में कुल 6,705 लोगों ने शरण ली है, जिनमें से अधिकांश देश के बाकी हिस्सों से कट गए हैं. इस आपदा में हिमालयी राज्य के चार जिलों में 1655 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए और 14 पुल बह गए.