राजधानी रायपुर, दुर्ग के बाद अब बिलासपुर में भी डेंगू के मरीज मिलने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह के भीतर 11 मरीजों में डेंगू की पुष्टि की गई है। वहीं, 16 मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। रायपुर में एक मरीज की मौत होने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बिलासपुर में मलेरिया और डायरिया के भी मरीज लगातार मिल रहे हैं।
बिलासपुर में डेंगू के संदिग्ध मरीज मिलने का सिलसिला पिछले एक सप्ताह से चल रहा है। सिम्स में पिछले हफ्ते डेंगू के छह नए मरीज मिले हैं। जिनमें ग्रामीण इलाकों के ज्यादातर मरीज हैं। वहीं, सरकंडा क्षेत्र के भी मरीज है, जिनका सिम्स में इलाज चल रहा है। इसके अलावा जिले में मलेरिया के भी मरीज मिल रहे हैं। पिछले सप्ताह कोटा क्षेत्र में मलेरिया से एक मरीज की मौत होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाया था। वहीं, मौसमी बीमारियों में सबसे ज्यादा लोग डायरिया के चपेट में आए थे। जिसमें शहरी इलाकों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के मरीज पीड़ित रहे।
16 मरीजों में डेंगू के लक्षण, जांच के लिए भेजा गया सैंपल
सिम्स के डीन डॉ. केके सहारे ने बताया कि 16 ऐसे मरीज हैं, जिनमें डेंगू के लक्षण सामने आएं हैं। ऐसे मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजा गया है। उन्होंने बताया कि माइक्रोबॉयोलॉजी डिपार्टमेंट के रिकार्ड के अनुसार ऐसे 6 मरीजों के सैंपल लिए गए थे, जिनकी जांच में डेंगू की पुष्टि की गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि डेंगू की जांच दो तरह से होती है। पहली आईजीएम और दूसरी एनएस। एनएस की जांच ज्यादा सही नतीजे देती है। इसलिए सिम्स में यहीं जांच करवाई जा रही है। राज्य में अलर्ट जारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय हो गया है।
फीवर ट्रेसिंग कराने के निर्देश
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अर्बन क्षेत्र में मितानिनों को चेक लिस्ट दी गई है। उन्हें घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही शहर व आसपास के गांव में लार्वा और फीवर ट्रेसिंग भी करवा रहे हैं। अन्य जिलों के मुकाबले अभी हमारे यहां डेंगू ज्यादा नहीं फैला है। फिर भी लोगों से अपील की है कि बारिश के मौसम में बचाव के नियमों का पालन करें।
डेंगू से बचाव के लिए उपाय
एक दिन से ज्यादा पानी स्टोर न होने दें।
पानी के हर बरतन को ढक कर रखें।
कूलर, नारियल के खोखले, नालियों में लंबे समय तक पानी जमा न होने दें।
आसपास खुले में पानी स्टोर न होने दें।
मच्छरदानी जरूर लगाएं।
फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। निकायों से मिलने वाला कैमिकल कूलर में डालें।
इम्यूनिटी अच्छी करने पौष्टिक आहार करें।
तेज बुखार आए तो डेंगू की जांच कराएं।