जेल में बंद कैदियों द्वारा फोन के इस्तेमाल की खबरें लगातार सामने आती रहती हैं. जेल प्रशासन के तमाम सख्ती के दावों के बावजूद ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस कड़ी में पंजाब के पटियाला सेंट्रल जेल में रविवार को अधिकारियों ने अचानक पहुंचकर छापेमारी की. इस दौरान जेल स्टाफ से लेकर कैदियों में हड़कंप मचा रहा. अधिकारियों ने एक-एक बैरक और जेल के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली.
छापेमारी के दौरान अधिकारियों को जेल से 19 की-पैड मोबाइल बरामद हुए हैं. ये मोबाइल जेल की बैरक की दीवारों और फर्श में बनाए गए छोटे-छोटे छेदों के अंदर छिपाए गए थे. फिलहाल ये पता नहीं लग सका है कि ये फोन किस-किस कैदी के हैं. अधिकारियों ने इन फोन को जांच के लिए भेज दिया है. ताकि पता लगाया जा सके कि इनका इस्तेमाल किन लोगों से बातचीत के लिए किया गया है.
फोन की बरामदगी ने पंजाब जेल प्रशासन को एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर दिया है. बड़ा सवाल यह है कि कैदी मोबाइल फोन को अत्यधिक सुरक्षित जेल में कैसे ले गए, जहां मोबाइल फोन रखना एक बड़ा अपराध है.
पहले भी जेल से बरामद हो चुके हैं फोन
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब पटियाला सेंट्रल जेल से मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. इससे पहले इस साल 25 मई को पंजाब के बर्खास्त डीएसपी जगदीश सिंह भोला के पास से भी एक मोबाइल फोन बरामद किया गया था, जो सिंथेटिक ड्रग तस्करी मामले में दोषी पाए गए थे.
जेल अधिकारियों ने इसी साल 31 मई को आठ मोबाइल फोन भी बरामद किए थे, जो इस जेल परिसर के अंदर दबाए गए थे. वहीं पिछले महीने की शुरुआत में जेल में किए गए डोप टेस्ट में जेल के 45 प्रतिशत से अधिक कैदी ड्रग्स के आदी पाए गए थे.
ड्रग के साथ पकड़े गए फरीदकोट जेल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट
बता दें कि शनिवार को ही पंजाब की फरीदकोट जेल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट विनि ढांग को जेल में ड्रग्स ले जाते पकड़े गए थे. इस दौरान उनके पास से करीब 80 ग्राम हेरोइन के पांच पैकेट बरामद किए गए. जिन्हें छोटे-छोटे पैकेटों को एक फाइल में छुपाकर जेल में ले जाया जा रहा था. सुरक्षाकर्मियों ने जब उनकी तलाशी ली तो वे ड्रग्स के साथ पकड़े गए. इसके बाद उन्हें हिरासत में लेकर उनके खिलाफ एनडीपीएस और जेल एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है