कमल विहार में 27 लाख से ज्यादा की 550 बैटरी चोरी

क्षेत्रीय

कमल विहार में चोरों ने सोलर लाइट की 27 लाख की बैटरी चोरी कर ली है। इससे विभाग इतना डर गया कि बाकी बची सोलर लाइट की बैटरी खुद ही निकाल ली। नतीजा यह हुआ कि जितनी भी सोलर लाइट लगी हुई थी, अब वह बेकार हो गई है। चोरों का आतंक यहीं तक नहीं है। यहां सीवरेज को ढंकने के लिए लगाए गए लोहे के ढक्कन तक चोरी कर लिए जा रहे हैं। अब विभाग परेशान होकर सीमेंट के ढक्कन लगाने की तैयारी कर रहा है। खेल मैदान की जाली भी चोरी हो गई है। कमल विहार अब में शाम होते ही असामाजिक तत्व इकट्ठे हो रहे है। चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं।

कमल विहार में लोगों ने महंगी जमीन खरीदी और मकान बनाए, लेकिन सुरक्षा नहीं है। आरडीए अफसरों की मानें तो पुलिस की पेट्रोलिंग नहीं है। पुलिस चौकी की मांग की गई है, लेकिन स्वीकृति नहीं मिली है। आरडीए ने 1600 एकड़ में कमल विहार को बसाया है। कमल विहार में सीवरेज पाइप लाइन रोड के नीचे बिछाई गई है। सड़क पर ही सीवरेज का चेंबर भी बनाया गया है। चेंबर लोहे के ढक्कन से ढंका गया था। सेक्टर चार की पूरी सड़क से ढक्कन गायब हो गया है।

90 किलोमीटर सड़क पर हर जगह थी लाइट
कमल विहार के अंतर्गत कुल 90 किलोमीटर की सड़क बनाई गई है। आरडीए ने दो स्ट्रीट लाइट के बीच में एक सोलर लाइट लगाया है। यह आटोमैटिक रिचार्ज हो जाता है। इसकी एक बैटरी कीमत करीब पांच हजार रुपये है। चोर बैटरी चोरी कर रहे हैं। कहीं भी सोलर लाइट काम नहीं कर रहा।

पुलिस चौकी के लिए जगह आरक्षित
सेक्टर-9 में पुलिस चौकी के लिए अलग से जमीन आरक्षित है। इस संबंध में आरडीए ने वर्ष 2016-17 में पुलिस को चिठ्ठी लिखी थी। आरडीए ने पुलिस प्रशासन से चौकी के लिए कई बार मुलाकात की। टिकरापारा, सेज बहार और माना थाने से लगातार पेट्रोलिंग की मांग की जा रही है।

कमल विहार में लगातार सोलर लाइट की बैटरी चोरी हो रही थी। इसलिए बैटरी को निकालकर रख लिया गया है। पुलिस चौकी के लिए आवेदन दिया गया है।