6 साल की बच्ची ने पीएम को लिखा पत्र, अब पेंसिल भी महंगी हो गई है, मेरी मां पेंसिल मांगने पर मारती है…

राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री जी, मेरा नाम कृति दुबे है। मैं कक्षा एक में पढ़ती हूं। अब पेंसिल भी महंगी हो गई है। मेरी मां पेंसिल मांगने पर मारती है। मैं क्या करूं। बच्चे मेरी पेंसिल चोरी कर लेते हैं…। ये चंद लाइनें कक्षा एक की छात्रा के पत्र की हैं, जिसमें उसने मन की बात की लिखी है।

महंगाई से बड़े ही नहीं, बच्चे भी परेशान हैं। कक्षा एक की छात्रा द्वारा पीएम को लिखे पत्र से बालमन पर पड़ता महंगाई का प्रभाव उभर कर सामने आया है। बच्ची की व्यथा है कि महंगाई के कारण अब गुम हो जाने पर जब वह पेंसिल मांगती है तो मां मारती है।

चिट्ठी में मासूम सवाल भी है-बच्चे पेंसिल चोरी कर लेते हैं, मैं क्या करूं? मोहल्ला बिरतिया में रहने वाली पांच साल की कृति दुबे अपने सवाल का जवाब भी चाहती है। इसीलिए वह यह चिट्ठी प्रधानमंत्री को भेजने की जिद किए बैठी है।

छिबरामऊ के सुप्रभाष अकादमी में कक्षा एक की इस छात्रा की मां आरती का कहना है कि बेटी इस पत्र को प्रधानमंत्री के पास भेजने की जिद कर रही है। रविवार होने की वजह से डाकघर खुला नहीं था। सोमवार को वह बेटी का मन रखने को इसे प्रधानमंत्री के पास रजिस्टर्ड डाक से भेजेंगे।

मां आरती दुबे ने बताया कि शनिवार को घर में सब लोग आवश्यक वस्तुओं में जीएसटी बढ़ने से सामान महंगा होने पर बातें कर रहे थे। बेटी वहां मौजूद थी और सारी बातें सुन रही थी। रात में पिता विशाल दुबे के घर पहुंचने पर उन्हें अपना पत्र पढ़ाया।

यह लिखा है पत्र में

प्रधानमंत्री जी, मेरा नाम कृति दुबे है। मैं कक्षा एक में पढ़ती हूं। मोदी जी आपने बहुत महंगाई कर दी है। यहां तक कि पेंसिल-रबड़ तक महंगी कर दी है। मेरी मैगी के दाम भी बढ़ा दिए हैं। अब मेरी मां पेंसिल मांगने पर मारती है, मैं क्या करूं। बच्चे मेरी पेंसिल चोरी कर लेते हैं।