जहरीला पुटू खाकर एक ही परिवार के 7 लोग बीमार, 2 बच्चों की हालत गंभीर

क्षेत्रीय

कोरबा जिले के कटघोरा थाना क्षेत्र में जहरीला पुटू खाने से एक ही परिवार के 7 लोगों की हालत बिगड़ गई। इनमें से 2 बच्चों की हालत ज्यादा गंभीर थी। सभी का इलाज अस्पताल में जारी है। सभी को उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर अस्पताल लाया गया।

जानकारी के मुताबिक, कटघोरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पखनापारा (गंगदेई) निवासी महेश दास पनिका अपने परिवार के साथ रहता है। बुधवार को महेश राम का 12 साल का बेटा आदर्श अपनी बाड़ी से जहरीला पुटू लेकर आ गया। ये पुटू पैरा के पास निकला हुआ था, जिसकी वजह से वो इसे पैरा पुटू समझकर घर ले आया। इसके बाद इसे पकाकर सभी ने खाया।

इसे खाने के बाद बुधवार को महेश दास काम पर चला गया और आदर्श स्कूल चला गया। स्कूल में उसे उल्टी होने लगी। इधर घर में भी सभी की हालत बिगड़ने लगी। परिवार के सभी सदस्यों को उल्टी-दस्त होने लगी। सभी को आनन-फानन में भिलाई बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। यहां महेश दास पनिका (33 वर्ष), पत्नी सरोजनी बाई (32 वर्ष), मां मानकुंवर (55 वर्ष), भाई जितेंद्र (24 वर्ष), ऋतु (14 वर्ष), बेटे आदर्श (12 वर्ष) और आरव्या (7 वर्ष) को भर्ती कराया गया।

फूड प्वाइजनिंग की जानकारी होने पर आरएमओ पुरुषोत्तम तिवारी ने सभी का इलाज शुरू किया। दोनों बच्चों आदर्श और आरव्या की हालत ज्यादा गंभीर थी। दोनों बेहोश थे। हालांकि समय पर इलाज मिल जाने से सभी की जान बच गई है। बीएमओ डॉ रूद्रपाल सिंह कंवर भी सभी बीमार का हालचाल लेने के लिए भिलाई बाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। उन्होंने फूड प्वाइजनिंग से पीड़ित सभी लोगों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने की बात कही।

वहीं आरएमओ डॉ पुरुषोत्तम तिवारी ने लोगों से जंगली पुटू नहीं खाने की अपील की। उन्होंने बताया कि​​​​​​​ पखनापारा गंगदेई के एक ही परिवार के लोगों ने जहरीले पुटू का सेवन किया था, जिन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई बाजार लाया गया। अभी सभी की हालत खतरे से बाहर है।