रायपुर गणेश झांकी में छत्तीसगढ़ी परिधान में दिखे बप्पा, ऑपरेशन सिंदूर, S 400-राफेल की झलक
छत्तीसगढ़ : रायपुर में रात 8 बजे से गणेश झांकी निकाली गई। इस बार भी शारदा चौक से झांकियों को टोकन दिया गया। झांकियां तेलघानी नाका, राठौर चौक और तात्यापारा से आकर शारदा चौक में रुकी, फिर एक-एक कर आगे बढ़ीं। ये सभी झांकियां जयस्तंभ चौक से मालवीय रोड, सदर बाजार, कंकालीपारा, पुरानी बस्ती, लाखेनगर, अश्वनी नगर, सुंदर नगर और रायपुरा होते हुए महादेव घाट तक पहुंचीं इस साल भी अलग-अलग थीम पर झांकी तैयार की गई। झांकी में इस बार ऑपरेशन सिंदूर और राफेल की झलक देखने को मिली। रायपुर नगर निगम के मंच से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने झांकियों का स्वागत किया। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर 800 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। क्राइम रोकने ड्रोन से निगरानी की गई। साथ ही तेज आवाज वाले DJ जब्त करने के भी निर्देश हैं। एक झांकी में बप्पा छत्तीसगढ़ी पारंपरिक परिधान में दिखाई दिए। वहीं कोतवाली चौक में विवाद की स्थिति हो गई। DJ रुकवाकर झांकी आगे भेजी गई। इसी तरह सीताहरण, शिवजी की बारात, सावन में भांग उत्सव का दृश्य, विष्णु अवतार जैसे अनेक धार्मिक प्रसंगों के मनोरम दृश्य झांकियों में देखने को मिला। इन दृश्यों को हर आयु वर्ग के लोग अपने मोबाइल में कैद करने के लिए आतुर रहे। श्री महाकाल मित्र मंडल गणेशोत्सव समिति, सदर बाजार: पुष्पक विमान पर माता सीता का हरण करते हुए रावण, हनुमानजी से श्रीराम की वन में भेंट, माता को खोजने में जुटे वानर, नल-नील सागर में पत्थर से सेतु बनाते हुए, अशोक वाटिका में हनुमान द्वारा रावण के पुत्र का वध करते हुए चलित दृश्य देखने को मिला।
श्री नवनिर्माण गणेशोत्सव समिति, राठौर चौक: शिव बारात, मस्ती में नाचते प्रेतगण, सावन में भांग महोत्सव का रंग नजर आया। आगे गणपति ढोलक, कृष्ण बंशी तो श्री विष्णु शंख वादन कर रहे हैं। श्री विनायक गणेशोत्सव समिति, गंजपारा: पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर में भारत के शौर्य का वर्णन। हमले के बाद नवविवाहित पत्नी अपने पति के शव के पास बेसुध अवस्था में बैठना। इसके बाद थल, जल और वायु सेना का समन्वय और ऑपरेशन सिंदूर का दृश्य। इसमें राफेल की मार, एस-400 का सुरक्षा कवच के साथ बड़ा फाइटर जेट आगे-आगे चलता रहा।
श्री बाल गणेशोत्सव समिति, रामजी हलवाई मेन रोड रामसागर पारा: इसमें शिवजी माता पार्वती से विवाह के बाद उन्हें विदा कर कैलाश ले जा रहे हैं। शिवजी और पार्वती बैल गाड़ी पर विराजमान है और नंदी गाड़ी खींच रहे हैं। सामने प्रेत गण मस्ती में नाच-गा रहे हैं।
