बंगले से बाहर हुए कांग्रेस नेता का आरोप – ‘नोटिस नहीं दिया, अधिकारी आए और सामान बाहर फेंक दिया…’,

कांग्रेस नेता उदित राज ने आरोप लगाया है कि उनके पंडारा पार्क बंगले को जबरन खाली कराया गया. उन्होंने कहा कि मुझे कोई नोटिस नहीं दिया गया था, सिर्फ मौखिक रूप से बताया गया. मामला अभी कोर्ट में है और अगली सुनवाई 28 अक्टूबर को होगी. उदित राज का आरोप है कि अधिकारियों ने उनके सामान को सड़क पर फेंक दिया.

उन्होंने कहा, ‘परसों एक अधिकारी ने मुझे यह मौखिक रूप से बताया. संबंधित अधिकारियों ने कोई नोटिस नहीं दिया और कल अचानक 15-20 लोग पुलिस के साथ आए और हमारे सामान को बाहर फेंकना शुरू कर दिया. अदालत में अगली सुनवाई 28 अक्टूबर को है. अब हमारा सामान बाहर फेंक दिया गया है. अब देखेंगे कि आज हम कहां रहेंगे.’

कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि अधिकारियों ने दिल्ली के पंडारा पार्क स्थित उनके बंगले से उनके परिवार को जबरन बेदखल कर दिया, जबकि मामला अभी अदालत में विचाराधीन है. सरकार की ओर से इस बेदखली पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. यह बंगला पूर्व सांसद की पत्नी सीमा राज को आवंटित था, जो एक सेवानिवृत्त आईआरएस अधिकारी हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बंगले की लाइसेंस फीस 31 मई तक जमा कर दी थी.

उदित राज ने कहा, ‘हमारे घर का सामान बाहर फेंका जा रहा है. मामला अभी अदालत में विचाराधीन है और अगली सुनवाई 28 अक्टूबर को है. तीन-चार दिन और इंतजार करने में क्या नुकसान था?’

उन्होंने कहा कि वह अदालत के फैसले का सम्मान करेंगे, लेकिन इस तरह की परेशानी दरअसल दलित और गरीबों की आवाज उठाने की सजा है. उदित राज ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई चुनिंदा और पूर्वाग्रह से भरी है. एक निचली जाति के विपक्षी नेता को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि ‘कई ऊंची जाति के लोग अब भी सरकारी बंगले कब्जा कर बैठे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने (केंद्रीय मंत्री) मनोहर लाल खट्टर से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई. कोई वरिष्ठ अधिकारी फोन पर उपलब्ध नहीं है. कोई मुझे कुछ नहीं बता रहा.’ उदित राज ने इस कार्रवाई को ‘अत्याचार’ करार देते हुए कहा कि वह इस मामले को अपनी पार्टी नेतृत्व के सामने उठाएंगे.

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