बेंगलुरु जेल में पार्टी और सरकार का एक्शन… 2 अफसर सस्पेंड, 4 कैदियों के खिलाफ FIR दर्ज
बेंगलुरु सेंट्रल जेल से पार्टी का वीडियो सामने आते ही हड़कंप मच गया. अंडरट्रायल कैदी शराब, नॉन-वेज और मोबाइल फोन के साथ डांस करते दिखे.वीडियो वायरल होते ही सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं. दो जेल अफसर को सस्पेंड करने के साथ चार कैदियों के खिलाफ केस दर्ज करके जांच के आदेश दिए गए हैं. इसके लिए टीम का गठन किया गया है, जो रिपोर्ट पेश करेगी. वीडियो 9 नवंबर को सामने आया. इसमें चार कैदी कार्तिक उर्फ जित्रे पैट्रिक, धनंजय उर्फ रेणुकाप्रसाद, मंजूनाथ वी उर्फ कोली मंजा और चरण राव बी बैरक नंबर 8 के कमरा नंबर 7 में नाचते हुए दिखाई दे रहे थे. इस वीडियो के वायरल होने के बाद पूर्व जेल सुपरिटेंडेंट इमामसाब म्यागेरी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई. इसके आधार पर चारों कैदियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था.
इमामसाब म्यागेरी ने बताया था कि वीडियो में मोबाइल फोन, शराब और नॉन-वेज फूड का इस्तेमाल करते दिख रहे थे. यह वीडियो एक मोबाइल से शूट किया गया था, जो जेल में नहीं लाया जा सकता था.
कर्नाटक सरकार ने तुरंत एक्शन लिया है. बेंगलुरु सेंट्रल जेल के चीफ सुपरिटेंडेंट के सुरेश को ट्रांसफर कर दिया गया, जबकि जेल सुपरिटेंडेंट म्यागेरी और उनके असिस्टेंट को सस्पेंड कर दिया गया. कर्नाटक सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि वीडियो किसने रिकॉर्ड किया, मोबाइल फोन जेल में कैसे आया और यह फुटेज मीडिया तक कैसे पहुंचा. वायरल वीडियो में जो चेहरे दिखे, उनमें एक संदिग्ध आतंकी, एक सीरियल रेपिस्ट और एक सोने का तस्कर भी शामिल है. इस वजह से सूबे में सियासी तूफान खड़ा हो गया. विपक्ष ने कड़ी आलोचना की है.
सोमवार को बीजेपी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग करते हुए बेंगलुरु में प्रदर्शन किया. बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि जब जेल में संदिग्ध आतंकी मोबाइल के साथ पार्टी कर रहे हैं, तो बाहर कानून-व्यवस्था की हालत का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं.
जेल प्रशासन यह जांचने में जुटा है कि आखिर किस अधिकारी की लापरवाही से बैरक के अंदर कैदियों की पार्टी मुमकिन हुई. फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है.
