शाला प्रवेश उत्सव..पहले दिन स्कूली बच्चों ने लगाया झाड़ू-पोछा, फावड़ा चलाकर निकाली घास, डीईओ ने दिए जांच के आदेश

छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में शिक्षा सत्र के पहले दिन ही बच्चों से साफ सफाई करवाई गई है। बागबाहरा ब्लॉक के भिलाईदादर के शासकीय प्राथमिक शाला में स्कूल के पहले दिन बच्चे झाड़ू-पोछा लगाते दिखे। वहीं, फावड़ा चलाकर घास भी हटाया गया। स्कूल खुलते ही छात्र-छात्राओं को सफाई में लगा दिया गया। कोई फावड़ा चला रहा था, कोई झाड़ू लगा रहा था, तो कोई कचरा उठाकर खाने के बर्तनों में डाल रहा था। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे देखकर हर कोई हैरान और नाराज है। प्रदेशभर के स्कूलों में 15 दिनों से सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, जिससे स्कूलों में सफाई की व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है। भिलाईदादुर स्कूल में जब सत्र की शुरुआत हुई, तो गंदगी के बीच बच्चों को ही स्कूल की सफाई में लगा दिया गया।
विद्यालय के सहायक शिक्षक ने सफाई देते हुए कहा कि बच्चों से “थोड़ा सहयोग” लिया गया, ताकि स्कूल को स्वच्छ बनाया जा सके। लेकिन यह तर्क लोगों को रास नहीं आया। अभिभावक सवाल कर रहे हैं कि क्या शिक्षा सत्र की शुरुआत बच्चों से श्रम करवाकर होनी चाहिए?
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— Vistaar News (@VistaarNews) June 16, 2025
इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी विजय लहरे ने कहा कि वीडियो सामने आने के बाद जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि इसके लिए जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग पहले ही स्कूल खुलने से पूर्व रंग-रोगन और स्वच्छता के निर्देश दे चुका था। बावजूद इसके ऐसा हाल सामने आना दर्शाता है कि हड़ताल के चलते प्रशासन द्वारा न तो वैकल्पिक इंतज़ाम किए गए और न ही बच्चों की गरिमा का ध्यान रखा गया। बच्चों के अभिभावक सवाल उठा रहे हैं कि जब सरकार को हड़ताल की जानकारी थी, तो वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं की गई। क्या शिक्षा सत्र की शुरुआत ऐसे होनी चाहिए?