PAK आर्मी चीफ मुनीर आतंकी ठिकानों की मरम्मत करा रहे, ₹40 करोड़ का फंड जारी किया

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई की रात को पाकिस्तान और PoK के अंदर मौजूद कई आतंकी ठिकानों को सटीक हमलों में तबाह कर दिया था। इनमें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने शामिल थे। अब, पाकिस्तान आर्मी उसे फिर से ठीक करा रही है। PAK सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने खुद दखल देते हुए इन आतंकी ठिकानों को रिस्टोर के लिए अब तक 40 करोड़ रूपए का सरकारी फंड जारी किया है। यह फंडिंग उन मदरसों और मस्जिदों तक भी पहुंच रही है जिनका सीधा संबंध लश्कर और जैश जैसे संगठनों से रहा है। PAK आर्मी चीफ मुनीर ने मरकज सुब्हान अल्लाह परिसर, बिलाल मस्जिद, उम्मुल कुर्रा, जामिया दावा इस्लामी मदरसा व भारतीय हमलों में तबाह हुए अन्य आतंकी ठिकानों को रिपेयर करने की डेडलाइन 31 जून तय की है।
1 जुलाई से पाकिस्तान में मदरसे खुलेंगे। पहले मदरसे 20 जून से खुलने थे, लेकिन इनके ठीक न हो पाने के चलते मदरसे खुलने की तारीख बदल दी गई है। मुनीर ने इन्हें रिपेयर करने के लिए एक टीम बनाई है। वह खुद इन कामों की निगरानी कर रहे हैं। जिससे साफ है कि पाक अपने यहां पाले गए आतंकवाद को फिर खड़ा कर रहा है।
बहावलपुर: यहां के मरकज सुभान अल्लाह परिसर पर भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के अड्डे को लक्ष्य कर मिसाइलें दागीं थीं। इसे आतंकी मसूद अजहर का गढ़ माना जाता है। 13 आतंकी मारे गए थे। इसके निर्माण को 14 करोड़ मिले हैं।
मुरीदके: यह लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ रहा है। यहां के 27 हेक्टेयर परिसर को भारत ने निशाना बनाया था। हमले में इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसे ठीक करने के लिए मुनीर ने 15 करोड़ रुपए की फंडिंग दिलवाई है।
मुजफ्फराबाद: यहां आतंकियों का ट्रेनिंग कैंप बिलाल मस्जिद था। यह तबाह हो गया था। 11 करोड़ रुपए की फंडिंग मिलने के बाद पुनर्निर्माण शुरू हो गया है। यहां मारे गए आतंकियों के परिजनों को भी पाकिस्तानी सेना ने मदद की है।