79वें स्वतंत्रता दिवस पर PM मोदी ने लाल किला पर 12वीं बार फहराया तिरंगा झंडा, कहा- देश उमंग से भरा हुआ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 12वीं बार लाल किले पर झंडा फहराया। 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद से वह हर साल स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश को संबोधित करते आ रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के ये महापर्व 140 करोड़ लोगों का पर्व है, आजादी का ये पर्व सामूहिक सिद्धियों और गर्व का पल है. हृदय उमंग से भरा हुआ है, देश एकता की भावना को निरंतर मजबूती दे रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के ये महापर्व 140 करोड़ लोगों का पर्व है, आजादी का ये पर्व सामूहिक सिद्धियों और गर्व का पल है। हृदय उमंग से भरा हुआ है, देश एकता की भावना को निरंतर मजबूती दे रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत का संविधान एक प्रकाश स्तंभ बनकर हमें मार्ग दिखाता रहा है। डॉ राजेंद्र प्रसाद, बाबा साहेब आंबेडकर, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, राधाकृष्णन इतना ही नहीं हमारी नारी शक्ति का भी योगदान कम नहीं था, कत्यानी जैसी विदिषुओं ने भी भारत के संविधान को मजबूत बनाया है।
सोचा आज देशद्रोहियों को बता दूँ कि मोदी जी आज लगातार 12वीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराकर ऐसा करने वाले वो पहले गैर कोंग्रेसी प्रधानमंत्री बन गये है।
जय हिन्द 🇮🇳 🙏 #JaiHind 🇮🇳#IndependenceDay #स्वतंत्रता_दिवस pic.twitter.com/lpGlgpVoe3
— Mahant Adityanath 2.0🦁 (@MahantYogiG) August 15, 2025
पीएम मोदी ने कहा हम डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती भी मना रहे हैं, डॉ मुखर्जी भारत के संविधान के लिए बलिदान देने वाले देश के पहले महापुरुष थे, संविधान के लिए बलिदान धारा 370 की दीवार गिराकर एक देश एक संविधान के मंत्र को जब हमने साकार किया है तो हमने डॉ मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
मोदी ने कहा कि प्रकृति हम सबकी परीक्षा ले रही है। पिछले कुछ दिनों में प्राकृतिक आपदाएं, भूस्खलन, बादलों का फटना न जानें कितनी कितनी आपदाएं हम झेल रहे हैं, पीड़ितों के साथ हमारी संवेधना है, राज्य सरकारें और केंद्र सरकार मिलकर बचाव के काम, राहत के काम में लगी है। हम पूरी शक्ति से जुटे हुए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा देश कई दशकों को आतंक को झेलता आया है, देश को सीने को छलनी कर दिया गया, अब हमने एक न्यू नॉर्मल स्थापित कर दिया है आतंक को और आतंकी को पालने पोसने वाले को आतंकियों को ताकत देने वालों को अब हम अलग-अलग नहीं मानेंगे, वो मानवता के समान दुश्मन है, उनके बीच कोई फर्क नहीं है, भारत ने तय कर लिया है कि न्यूक्लियर की धमकियों को अब हम सहने वाले नहीं है। न्यूक्लियर ब्लैकमेल लंबे अरसे से चलाया अब ब्लैकमेल नहीं सहा जाएगा।