महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन NDA के उपराष्ट्रपति कैंडिडेट, 16 साल की उम्र में RSS से जुड़े, 2 बार सांसद

महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन NDA के उपराष्ट्रपति कैंडिडेट होंगे। कल रविवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में उनका नाम तय हुआ। मीटिंग के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राधाकृष्णन के नाम का ऐलान किया। राधाकृष्णन 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगे। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 9 सितंबर को वोटिंग होगी। उसी दिन काउंटिंग भी होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है। 25 अगस्त तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकती है। उपराष्ट्रपति का चुनाव जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई की रात अचानक इस्तीफा देने की वजह से हो रहा है। 74 साल के धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। सीपी राधाकृष्णन का पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है। 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में जन्मे राधाकृष्णन ने बीबीए की पढ़ाई की। वे 16 साल की उम्र में ही RSS से जुड़ गए थे और 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने। 1998 और 1999 में कोयंबटूर सीट से सांसद बने थे।
OBC कैटेगरी से आने वाले राधाकृष्णन 2004 से 2007 तक तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। इस पद पर रहते हुए उन्होंने 19 हजार किमी की रथयात्रा निकाली थी। उनकी खेलों में रुचि है और वे कॉलेज में टेबल टेनिस चैंपियन रहे थे। वे 20 से ज्यादा देशों की यात्रा भी कर चुके हैं। 2020 से 2022 तक वे भाजपा के केरल प्रभारी रहे।
राधाकृष्णन जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। इससे पहले वे झारखंड के राज्यपाल थे और तेलंगाना व पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था। 2004 में वे संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में शामिल हुए और ताइवान गए पहले संसदीय दल के सदस्य भी रहे। 2016 में उन्हें कोच्चि स्थित कॉयर बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया। उनके कार्यकाल में भारत का कॉयर निर्यात रिकॉर्ड 2,532 करोड़ रुपए तक पहुंचा।