छत्तीसगढ़ से पहली आस्था ट्रेन अयोध्या रवाना, 20 स्लीपर कोच में 1344 भक्तों को मिली जगह, जय श्रीराम के नारों से गूंजा स्टेशन

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दुर्ग : अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम मंदिर और रामलला के दर्शन के लिए दुर्ग रेलवे स्टेशन से रविवार को छत्तीसगढ़ से पहली आस्था ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई। इस ट्रेन में 20 बोगियां लगाई गई हैं। इसमें छत्तीसगढ़ के 1344 राम भक्त सवार होकर अयोध्या के लिए रवाना हुए। रेलवे ने रास्ते में इन भक्तों के लिए तकिया चादर कंबल के साथ चाय नाश्ते और खाने की भी व्यवस्था की है। राम भक्तों के इस जत्थे में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को शामिल किया गया है। ट्रेन रवाना होने से पहले पूरा दुर्ग रेलवे स्टेशन जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। इस दौरान राम भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। ट्रेन के भीतर बैठे भक्त पूरे समय जय जय श्री राम के जयकारे लगाते रहे। कई लोग हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ते दिखे। पहली आस्‍था स्‍पेशल ट्रेन में बैठने पहुंचे भक्तों को विश्‍व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने स्वागत किया। लोको पायलट मोहन राव ने आस्था स्पेशल ट्रेन के इंजन को तिलक और माला पहनाकर विधि विधान से पूजा-अर्चना की। इसके बाद ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर दुर्ग से रवाना किया गया।

इस दौरान भक्तों ने कहा कि उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है। कुछ लोगों ने कहा कि वो तब अयोध्या गए थे जब राम मंदिर की नींव खुद रही थी। भगवान ने उनकी सुनी और फिर से उन्हें अपने दर्शन के लिए बुला रहे हैं। आस्था स्पेशल ट्रेन के भीतर जय-जय श्री राम के नारे गूंजते रहे। श्री रामलला के दर्शन करने जाने वाले अधिकांश भक्तों में पहली बार अयोध्या जाने वाले रहे। भाजपा और विश्व हिंदू परिषद के सदस्य बड़ी संख्या में इसमें गए। ये लोग वहां कुछ दिन रहकर अपनी सेवाएं देंगे।

20 स्लीपर कोच लगाए गए हैं। इसमें कुल 1344 लोगों को जगह दी गई है। इसमें दुर्ग रेलवे स्टेशन से 360 भक्त सवार हुए हैं। इसमें 640 भक्त रायपुर से, 22 भांटापारा, 300 उसलापुर रेलवे स्टेशन और 17 भक्त पेंड्रा से सवार ।