छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं की बोर्ड परीक्षा आज से शुरू हो गई है लेकिन बोर्ड ने परीक्षा से 24 घंटे पहले बिलासपुर के 36 छात्रों का एडमिट कार्ड निरस्त कर दिया। जिससे वे नियमित छात्र के तौर पर एग्जाम नहीं दे पाएंगे। तिलक नगर स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम हायर सेकेंडरी स्कूल के 36 छात्रों का एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया था लेकिन 75% से कम अटेंडेंस का हवाला देते हुए बोर्ड ने उनके प्रवेश पत्र को अमान्य कर दिया है। हालांकि इस घटना के बाद छात्र और उनके परिजनों ने स्कूल पहुंचकर खूब हंगामा किया। मामला उपमुख्यमंत्री अरुण साव तक पहुंचा। ABVP ने अपने ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। जिसके बाद नतीजा ये निकला कि छात्र नियमित नहीं बल्कि प्राइवेट परीक्षा देंगे। अचानक एग्जाम से वंचित करने पर नाराज छात्र और उनके पैरेंट्स ने शुक्रवार को स्कूल में जमकर हंगामा मचाया। साथ ही उपमुख्यमंत्री अरूण साव से मामले की शिकायत की है। छात्रों का कहना है कि एक हफ्ते पहले उन्हें प्रवेश पत्र जारी किया गया था। जिसके बाद सभी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। 27 फरवरी की रात करीब 10:30 बजे अचानक उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि शार्ट अटेंडेंस के कारण उन्हें परीक्षा से वंचित किया जा रहा है। 28 फरवरी की सुबह 10 बजे बच्चे अपने माता-पिता के साथ तिलक नगर आत्मानंद स्कूल पहुंचे। पता चला कि कम उपस्थिति के चलते बोर्ड ने प्रवेश पत्र अमान्य कर दिया है। जिसके बाद सभी हंगामा मचाने लगे। उस समय उप मुख्यमंत्री अरुण साव शहर में थे, ऐसे में परिजन सीधे उनके पास चले गए। जिला प्रशासन और बोर्ड के अधिकारियों से बातचीत के बाद निर्णय हुआ कि फिलहाल बच्चों को स्वाध्यायी छात्र के रूप में शामिल किया जाएगा।