ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने गुरुवार को यह बात फिर दोहराई कि अजित पवार की एंट्री के बाद अब बीजेपी को एकनाथ शिंदे की जरूरत नहीं रही. अगर वे जरूरत पूरी कर सकते थे तो अजित पवार की एंट्री ही नहीं होती. जल्द ही वे सीएम बनाए जाएंगे. बुधवार को अजित पवार ने भी साफ कहा कि वे पांचवीं बार डिप्टी सीएम बने हैं. गाड़ी आगे ही नहीं बढ़ रही. उन्हें भी सीएम बनना है ताकि वे महाराष्ट्र की तरक्की के लिए अपनी योजनाएं सही से लागू कर सकें l
दूसरी तरफ शिंदे गुट के नेताओं को लेकर भी यह खबर सामने आई कि वे अजित पवार की एंट्री से खुश नहीं हैं. कहा गया कि ठाकरे गुट के खिलाफ बगावत करने की एक वजह यह भी रही थी कि अजित पवार वित्तमंत्री होते हुए शिवसेना के विधायकों को उनके क्षेत्रों के विकास के लिए फंड देने में आनाकानी किया करते थे. अब यह भी डर है कि सारे मलाईदार विभाग एनसीपी के मंत्रियों को मिल जाएंगे. असुरक्षा इस बात की भी है कि शिंदे गुट के जिन लोगों को मंत्री बनने की संभावनाएं नजर आ रही थीं, वो कम हो गई हैं l