छत्तीसगढ़ : बलौदा बाजार में सोमवार को हुई हिंसा के बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर है। पुलिस ने रैली-जूलुस पर रोक लगा दी है और शहर में धारा 144 लागू कर दी है। वहीं सीएम विष्णु देव साय ने मुख्य सचिव और डीजीपी से घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी है। दरअसल 15 मई को गिरौदपुरी के मानाकोनी स्थित एक धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ की गई थी। ये धार्मिक स्थल सतनामी समाज का था। जिसके बाद सतनामी समाज के लोगों ने सोमवार को बलौदा बाजार के दशहरा मैदान में विरोध प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव की बात कही थी। इसी को लेकर सोमवार को लोग प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन आंदोलन अचानक हिंसक हो गया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ और आगजनी करनी शुरू कर दी। इस हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने लगभग 70 वाहनों में आग लगा दी। इसके साथ ही सरकारी कार्यालय में भी तोड़फोड़ की। जानकारी के मुताबिक लगभग 5 हजार की संख्या में प्रदर्शनकारी थे। बलौदाबाजार के एसपी ने बताया कि सतनामी समुदाय के प्रदर्शन की पुलिस को जानकारी थी। समाज के लोगों ने पुलिस को लिखित रूप से शांतिपूर्ण विरोध करने का आश्वासन दिया था लेकिन बाद में ये आंदोलन हिंसक हो गया। इस घटना में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। इस संबंध में डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।