छत्तीसगढ़ : बच्चों में बढ़ते मोबाइल की लत जानलेवा साबित हो रहा है। ऐसी ही एक घटना ग्राम मितगई में हुई। यहां मोबाइल देखने को लेकर बच्चों के बीच मामूली कहासुनी के बीच 12 वर्ष के बालक ने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम करा उसे स्वजन को सौंप दिया। जानकारी के अनुसार ग्राम मितगई के वार्ड क्रमांक एक निवासी उदय विश्वकर्मा खेत की ओर गए थे। वहीं उनकी पत्नी घर के बाहर थी। सुबह करीब साढ़े नौ बजे उनके बच्चे 15 वर्षीय आशाीष और 12 वर्षीय आदित्य आपस में मोबाइल देखने को लेकर विवाद करने लगे। इसी बीच उनका 12 वर्षीय पुत्र आदीत्य विश्वकर्मा नाराज होकर दूसरे कमरे में चला गया एवं फांसी पर लटक गया। घटना के पांच मिनट के अंदर पिता भी मौके पर पहुंचे तो बच्चों ने बताया कि आशीष ने कमरे का दरवाजा बंद कर लिया है। वे कमरे का खपरैल हटाकर नीचे गए एवं आनन फानन में बच्चे को लेकर रामानुजगंज अस्पताल पहुंचे जहां बीएमओ ने जांच उपरांत बालक को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पर मौके पर जिला पंचायत के सभापति पहुचे आशीष अपनी मां की साड़ी से फंदा गले में लगाकर लटक गया जिससे उसकी जान चली गई।
बच्चे दिन प्रतिदिन मोबाइल के गिरफ्त में आ रहे हैं। इस दौरान उनके व्यवहार में भी परिवर्तन हो रहा है। यदि अगर बच्चों से मोबाइल छीन लिया जाए तो उग्र हो जा रहे हैं अपने माता-पिता से ही लड़ाई करना शुरू कर दे रहे हैं। ऐसे में बहुत ही सावधानी से बच्चों को धीरे-धीरे मोबाइल की लत से दूर करने की आवश्यकता है।