अमृतसर के गोल्डन टेंपल में लगे खालिस्तानी नारे, ऑपरेशन ब्लू स्टार की 40वीं बरसी पर भिंडरांवाले के पोस्टर

राष्ट्रीय

ऑपरेशन ब्लू स्टार की 40वीं बरसी पर कुछ लोगों ने सिखों के पवित्र स्थल गोल्डन टेंपल में आज गुरुवार सुबह खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर लहराए। लोगों के द्वारा तलवारें लहराकर खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी भी की गई। राज्य में ब्लू स्टार की बरसी को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजमा किए गए हैं। आज शाम को कई सिख संगठनों की तरफ से मार्च निकालने का भी ऐलान किया गया है। 2022 के उपचुनाव के बाद संगरूर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले शिरोमणि अकाली दल (Amritsar) के मुखिया सिमरनजीत सिंह मान भी प्रदर्शन में हिस्सा लेने गोल्डन टेंपल पहुंचे। वे भिंडरावाले के पोस्टर लहराते और खालिस्तान समर्थक नारे लगाते लोगों के बीच खड़े नजर आए। किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पंजाब पुलिस के सभी ट्रेनिंग सेंटर से 2000 पुलिसकर्मियों को अमृतसर बुलाया गया है। पुलिस ने स्वर्ण मंदिर की तरफ जाने वाले रास्तों पर भी सुरक्षा का सख्त पहरा कर दिया है। एक हजार से ज्यादा टास्क फोर्स के सदस्यों और सेवादारों की तैनाती की गई है।
जरनैल सिंह भिंडरावाले की अगुवाई में अलगाववादियों ने अलग पंजाब की मांग को लेकर स्वर्ण मंदिर में शरण लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार को चुनौती दी थी। केंद्र सरकार ने इन अलगाववादियों को स्वर्ण मंदिर से बाहर निकालने के लिए 1 जून से 6 जून 1984 तक सैन्य कार्यवाही को अंजाम दिया। इसी ऑपरेशन को ब्लू स्टार कहा जाता है।

6 जून को भारतीय सेना ने गोल्डन टेंपल में से आतंकियों को बाहर निकाल दिया। इस दौरान गोल्डन टेंपल को भी काफी नुकसान हुआ और कई लोगों की मौत भी हो गई। इसी वजह से हर साल 6 जून को इसकी बरसी मनाई जाती है। इस ऑपरेशन की काफी आलोचना भी की गई थी। कुछ महीनों के बाद इंदिरा गांधी की भी हत्या कर दी गई थी।

लोकसभा चनाव में पंजाब की दो लोकसभा सीटों से खालिस्तानी सपोर्टर अमृतपाल सिंह और इंदिरा गांधी के हत्यारे के बेटे बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह खालसा ने जीत दर्ज की है।