बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि हजारीबाग में पांच बैंक्वेट हॉल में करीब 300 अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले ही आंसर सीट उपलब्ध करा दिया गया। उन्हें प्रोजेक्टर पर सवाल के जवाब बताए गए। लेकिन शुक्रवार को होने वाली परीक्षा में शामिल होने के पहले ही पुलिस ने इन परीक्षार्थियों को हिरासत में ले लिया। परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है।
बीपीएससी टीआरई 3 पेपर लीक आशंका को लेकर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम ने बिहार और झारखंड के पांच मास्टरमाइंड को भी पकड़ा है। उनसे पूछताछ की जा रही है। इनमें से दो लोगों को हजारीबाग से पकड़ा गया, जबकि तीन लोग बिहार के गया, नवादा और जहानाबाद जिले के रहने वाले हैं।
परीक्षा के बाद जब पेपर का मिलान किया गया, तो पेपर हूबहू मिल गए। पुलिस ने पेपर लीक गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि एक अभ्यर्थी से 2 लाख में डील हुई थी। बिहार में शुक्रवार को यह परीक्षा दो पाली में हुई। बताया गया है कि परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी दो से पांच अलग-अलग बैंक्वेट हॉल में ठहरे थे।
अधिकांश अभ्यर्थियों का सेंटर बिहारशरीफ, बेगूसराय, पटना, नवादा और गया बताया जा रहा है। जांच में यह बात सामने आई है कि सभी शिक्षक अभ्यर्थियों को पहले हजारीबाग लाया गया और प्रश्न पत्र देकर उनका उत्तर याद करवाया गया। यह क्रम यहां पिछले दो दिनों से चल रहा था। परीक्षा के दिन सुबह तीन बजे सभी अभ्यर्थियों को अलग-अलग केंद्रों पर ले जाया जा रहा था। तभी पुलिस को इसकी जानकारी मिली और बड़ा ऑपरेशन चलाया गया।
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— raftaar (@raftaar) March 16, 2024