व्यवसायी, स्टूडेंट, यूट्यूबर, गार्ड.. जाने गिरफ्तार 8 पाकिस्तानी जासूसों की पूरी कुंडली

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया गया. इस घटना के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. अब भारतीय सुरक्षा एजेंसी की नजर देश में छिपे गद्दारों पर है. एक के बाद एक पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया जा रहा है. देश के तमाम हिस्सों से जासूसों की गिरफ्तारी हो रही है. पिछले 2 हफ्ते में सुरक्षा एजेंसियों ने 8 पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया है.

ज्योति मल्होत्रा: हरियाणा की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े होने का सनसनीखेज आरोप सामने आया है. हिसार पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि ज्योति जनवरी महीने में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम गई थीं और वहां से एक गुप्त मिशन पर पाकिस्तान पहुंचीं. हिसार पुलिस कल ही बता चुकी है कि ज्योति पहलगाम हमले से पहले ज्योति कश्मीर गई थी. हालांकि वो कश्मीर क्या करने गई थी और क्या उसका पहलगाम हमले से किसी तरह का लिंक है. इसको लेकर पूछताछ की जा रही है

शहज़ाद: उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में रामपुर के कारोबारी शहज़ाद को मुरादाबाद से गिरफ़्तार किया है. पकड़ा गया कारोबारी भारत पाकिस्तान के बीच कॉस्मेटिक, कपड़े, मसाले का अवैध रूप से कारोबार करता था. बताया जा रहा है कि इसी की आड़ में शहजाद पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भी काम कर रहा था.

देवेंद्र सिंह: हरियाणा के कैथल जिले के गांव मस्तगढ़ से पकड़ा गया देवेंद्र सिंह एक पूर्व सैन्यकर्मी का बेटा है. वह लंबे समय से पाकिस्तान की ISI को गोपनीय सैन्य सूचनाएं भेज रहा था. देवेंद्र का संपर्क पाकिस्तान में बैठे एक हैंडलर से फेसबुक के ज़रिए हुआ था. बदले में उसे हर जानकारी पर 5 से 10 हजार रुपये तक मिलते थे. पुलिस ने उसके मोबाइल और लैपटॉप से कई संवेदनशील दस्तावेज और नक्शे बरामद किए हैं.

नोमान इलाही: तीसरी गिरफ्तारी हरियाणा के पानीपत जिले से हुई थी. आरोपी का नाम नोमान इलाही है, जो पेशे से एक कंप्यूटर ऑपरेटर था. लेकिन उसकी असली पहचान पाकिस्तान के लिए काम करने वाले एक ‘डार्क वेब’ जासूस की थी. नोमान ने कई बार रेलवे और मिलिट्री मूवमेंट की जानकारी विदेशी नंबरों पर भेजी थी. पूछताछ में उसने स्वीकार किया है कि उसने कई बार नकदी लेकर लोगों से USB ड्राइव और दस्तावेज लिए और उन्हें डार्कनेट के जरिए अपलोड किया.

गजाला: सबसे पहले पंजाब पुलिस ने जिन 2 संदिग्ध जासूसों को गिरफ्तार किया था उसमें गजाला का नाम था. मलेरकोटला पुलिस ने गजाला को गिरफ्तार किया था. यह पाकिस्तान का वीजा लगवाने के लिए पाकिस्तान हाई कमिशन जाते थे.

यमीन मोहम्मद: यमीन मोहम्मद की गिरफ्तारी भी पंजाब की मलेरकोटला पुलिस के द्वारा गजाला के साथ ही हुई थी. पाकिस्तान हाई कमिशन में काम करने वाला दानिश से इनकी मुलाकात होती थी.

मोहम्मद मुर्तजा अली: मोहम्मद मुर्तजा को जालंधर में गुजरात पुलिस द्वारा की गई छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया. उसकी गिरफ्तारी खुफिया इनपुट के बाद हुई कि वह पाकिस्तान की आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था. रिपोर्ट्स बताती हैं कि उसने खुद विकसित किए गए एक मोबाइल ऐप के ज़रिए ऐसा किया. उसके पास से चार मोबाइल फ़ोन और तीन सिम कार्ड मिले थे.

अरमान: अरमान को नूंह जिले के थाना नगीना के अंतर्गत गांव राजाका से जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था. अरमान पर आरोप है कि वो व्हाट्सएप के माध्यम से देश की सैन्य गतिविधियों को पाकिस्तान भेजता था. अरमान के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

 

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