राजस्थान की सियासत में ‘रेड डायरी’ पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. अब इस डायरी को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इस डायरी में राजस्थान की कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार और काले कारनामों का पूरा ब्योरा है इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.
अमित शाह ने शनिवार को राजस्थान के गंगापुर में सहकार किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने कृषि बजट छह गुना बढ़ा दिया. साथ ही सहकारियों के लिए अलग से मंत्रालय का गठन किया जबकि कांग्रेस ने किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया.
इस कार्यक्रम के दौरान नारेबाजी कर रहे कुछ लोगों की ओर इशारा करते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं गहलोत साहब को बताना चाहता हूं कि नारेबाजी के लिए कुछ लोगों को भेजकर आपको कुछ हासिल नहीं होगा. अगर उनमें कुछ शर्म बाकी है तो उन्हें रेड डायरी मामले पर इस्तीफा दे देना चाहिए.
शाह ने कहा कि आजकल गहलोत साहब लाल रंग से डरे हुए हैं. डायरी का रंग भी लाल है लेकिन उसमें उनके काले कारनामे छिपे हुए हैं. रेड डायरी में करोड़ों रुपयों के भ्रष्टाचार का ब्योरा है.
राजस्थान कैबिनेट से बर्खास्त किए गए मंत्री राजेंद्र गुढा ने दावा किया था कि जुलाई 2020 में इनकम टैक्स की छापेमारी के दौरान वह कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ के आवास से यह रेड डायरी निकालकर लाए थे. वह पिछले महीने राजस्थान विधानसभा में यह लाल डायरी लेकर पहुंच गए थे और उन्होंने सीएम गहलोत पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.
शाह ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने किसानों के लिए बहुत काम किए हैं और उनके लिए कई योजनाएं शुरू की हैं. कांग्रेस के शासनकाल में कृषि बजट 22000 करोड़ रुपये था जबकि नरेंद्र मोदी सरकार में इसे छह गुना बढ़ाकर 125000 करोड़ रुपये किया गया. बता दें कि राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं.