अंबिकापुर शहर से लगे खैरबार में भू-माफियाओं की धमकी से परेशान वन विभाग के दरोगा की तबियत खराब हो गई है। उसका इलाज पिछले 3 दिन से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। उसने बताया कि बिचौलिए लगातार उसे प्रताड़ित कर रहे हैं। यहां तक कि उनके सामने नहीं झुकने पर उसके खिलाफ झूठा मामला भी थाने में दर्ज करा दिया है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, छोटेलाल पंडो वन विभाग में संभागीय उड़नदस्ता दल में ASI के पद पर पदस्थ है। विभाग द्वारा एएसआई को रहने के लिए खैरबार में सरकारी क्वार्टर दिया गया है। शासकीय क्वार्टर में छोटेलाल परिवार के साथ रहता है। क्वार्टर के आसपास वन विभाग की काफी जमीन है। इस जमीन पर बिचौलियों की नजर है।
कुछ दिन पहले 4-5 लोगों ने छोटेलाल से संपर्क किया और क्वार्टर के पास खाली जमीन पर कब्जा कराने की बात कही थी। बिचौलियों के इस प्रस्ताव को मानने से उसने इनकार कर दिया। इसके बाद बिचौलियों ने ग्राम खैरबार के ही एक व्यक्ति से वन विभाग के दरोगा छोटेलाल के खिलाफ वन भूमि पर कब्जा कराने की शिकायत विभाग में करा दी।
छोटेलाल की पत्नी विमला पंडो का कहना है कि बिचौलिए अनावश्यक मेरे पति के खिलाफ शिकायत कराकर उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। इससे परेशान मेरे पति की तबियत खराब हो गई है। वे पिछले 3 दिनों से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं। वे पहले से भी शुगर की बीमारी से पीड़ित हैं, ऐसे में उनकी तबियत और अधिक खराब हो गई है।
इधर CCF नावेद सुजाउद्दीन ने कहा कि फिलहाल मामले की जानकारी मुझे नहीं है। मैं मामले की जांच कराऊंगा और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के शासकीय व आदिवासियों की जमीनों पर बिचौलियों की नजर है। बिचौलिए लोगों को डरा-धमकाकर और अधिकारियों से मिलीभगत कर कई जमीनें अपने नाम करवा चुके हैं।