विधानसभा बजट सत्र : कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल ने अपनी ही सरकार को घेरा, गरियाबंद और देवभोग में चना सप्लाई गड़बड़ी का लगाया आरोप

क्षेत्रीय

विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही जारी है। कांग्रेस विधायक अमितेश शुक्ल ने अपनी ही सरकार के मंत्री अमरजीत भगत को घेरा। कहा कि गरियाबंद और देवभोग में चना सप्लाई में बड़ी गड़बड़ी हुई है । वो अंग्रेजी में बात कर रहे थे। इस दौरान चरणदास महंत के तीखे तेवर देखने को मिले।

विधानसभा अध्यक्ष ने कह दिया कि अंग्रेजी में बात न करें। सदन में इंग्लिश में बात करने को लेकर मजाकिया माहौल भी बना। महंत ने साफ कह दिया कि यहां बहुत से लोग अंग्रेजी नहीं समझते ये आपकी व्यक्तिगत चर्चा नहीं है।

ये हुआ सदन में
अमितेश शुक्ल- खाद्य सामग्री के सप्लाय का प्रावधान अंग्रेजी में पढ़ने लगे।
कुलदीप जुनेजा- मंत्री जी समझ रहे हैं बाकि लोग नहीं समझ पाएंगे।
अमितेश शुक्ल- मंत्री को काफी ज्ञान है आप चिंता न करें
चरणदास महंत- बहुत सारे लोग हैं जो अंग्रेजी नहीं समझते तो उनके लिए आप हिंदी में पूछ लें।
अजय चंद्राकर- राज्यपाल के अभिभाषण में लखमा टेबल थपथपा रहे थे।
शिवकुमार डहरिया- वो तो अभिभाषण को पढ़ रहे थे पलटाकर, लखमा जितना ज्ञान आपको नहीं है।
चरणदास महंत- अमितेश शुक्ल से कहा, जो सदन में चर्चा है आपकी व्यक्तिगत चर्चा नहीं है, पूरे प्रदेश की चर्चा है। आपके भाषण का छत्तीसगढ़ में प्रचार प्रसार होता है।

अमितेश शुक्ल – नहीं बोलता अंग्रेजी में आप कहते हैं तो, पैकेजिंग में घपला हुआ है, एक ही माल को गरियाबंद मंे फेल किया गया देवभोग में पास कर दिया गया। अमरजीत भगत – अंग्रेजी में मुस्कुराकर बोले- इज यू हैव मेड ए स्पेसिफाई कंप्लेंट कैन यू टेल द डिटेल्स टू मी… कोई भी आपके पास लिखित दस्तावेज हो कंप्लेन हो तो आप प्रस्तुत करें मैं उस पर जरूर जवाब दूंगा। हमारे पास शिकायत आई हमने खराब माल को रिजेक्ट कर दिया था।

अमितेश शुक्ल- मंत्री जी को अधिकारी सही जानकारी नहीं देते हैं बलौदा बाजार में सप्लायर को दोबारा काम दिया गया, यह भ्रष्टाचार नहीं तो और क्या है । इसकी सही तरीके से जांच करा लें , जांच कराकर समय सीमा पर जनप्रतिनिधियों को सूचित करें।

अमरजीत भगत- सदस्य समझदार है मंत्री भी रहे हैं इनको जानकारी है हमने एक सतत प्रक्रिया है यदि कोई सामान सप्लाई के आ रहा है उसकी गुणवत्ता की परीक्षण हम करते हैं अगर गुणवत्ता नहीं हुआ तो हम वहीं से रिजेक्ट कर देते हैं अगर कहीं पर पकड़ा गया तो खिलाफ कार्रवाई करते हैं यह जो जिनके बारे में बोल रहे हैं सतत प्रक्रिया में किसी का कैंसिल हुआ तो वापस भेज देते हैं अभी इसका मतलब यह नहीं कि और नहीं लेना है गुणवत्तायुक्त भी ही देगा तो लेंगे। आप क्या कार्रवाई चाहते हैं क्योंकि हमने उस पर संज्ञान में आया जांच किया रिजेक्ट किया था खिलाफ कार्रवाई किया। अमितेश शुक्ल- एक ही माल जो है आपका उसी चने को गरियाबंद में फेल कर दिया गया वहीं आपके ही अधिकारियों ने आप ही के लोगों ने उस चने को देवभोग में उसे पास कर दिया तो यह घपला हो रहा है।

चावल चोरी की बात पर हुआ खूब बवाल
600 करोड़ के चावल स्टॉक में गड़बड़ी का आरोप डॉ रमन सिंह ने लगाया। इसके बाद सदन में भाजपा कांग्रेस के विधायकों के बीच काफी हंगामा हुआ। 10 मिनट के भीतर दो बार सदन की कार्रवाई रोकनी पड़ी।

रमन सिंह- पूर्ववर्ती सरकार के बने नियम का का पालन होता तो ब्लंडर नहीं होता । 600 करोड़ का घोटाला साबित होता है। 450 दुकादनदार जिसके पास 100 क्विंटल रखने का स्टॉक नहीं। उसके बड़ा स्टॉक गड़बड़ हुआ। शक्कर गुड़ और चना की तस्करी हो रही है । देश का बेहतर पीडीएस बिचाैलियों के हाथ में चला गया। छत्तीसगढ़ में नियम है कि वितरण अतिशेष है तो दुकानदार घोषणा पत्र देगा, वेबसाइट में डाटा एंंट्री होगी खाद्य निरिक्षक को जिम्मेदारी है। छोटी जांच की जरुरत नहीं है। गरीब जनता के चावल का मामला है। विधायकों की कमेटी बनाकर जांच कराएं, अधिकारी जांच नहीं कर सकता। 68 हजार मेट्रिक टन में गड़बड़ी है। हर महीने स्टॉक का डाटा एंट्री नही की गई। इसको तो गंभीरता पूर्वक लेकर अध्यक्ष महाेदय आप निर्देशित करेंगे विधायकों की कमेटी बनाकर जांच करें।

अमतर जीत भगत- आज भारत सरकार सेल्फ डिक्लिएरेशन को नहीं मानती दुकानों का कंप्यूटिरीकरण हो गया है। 13 हजार 473 दुकानाें में डिजिटल निगरानी है। आज 96 प्रतिशत लोगों का बायोमेट्रिक प्रमाण के साथ वितरण किया जा रहा है।

सौरभ सिंह – चोरी का चावल कहा ंगया भाषण दे रहे हैं। शिवरतन शर्मा- मंत्री भाषण दे रहें हैं प्वाइंटेड जवाब दें। अमरजीत भगत- दुकानों मंे बचत स्टॉक आपके समय का कमी है, उसके जांच का निर्देश है। सौरभ सिंह- अरे 4 साल से आपकी सरकार है, चावल कहां गया ये सबसे बड़ा घोटाला 68 हजार मिट्रिक टन चावल गायब हो गया है। अजय चंद्राकर- किसी के कार्यकाल का हो, शासकीय संपत्ती है जांच होनी चाहिए। जो चोर है उनको जाना चाहिए जेल।

चरणदास महंत – पूर्व मुख्यमंत्री, 15 साल के एक्सपीरियंस वाले हैं एक साथ 7 लोग बोल रहे हैं उनको जो कहना है कहनें दें। धर्मजीत सिंह- CBI एनआईए से जांच करवाइए। नारायण चंदेल- सदन की जांच कमेटी से जांच कराएं, शिवरतन शर्मा – स्वयं मंत्री कह रहे हैं स्टॉक कम पाया गया है। अमरजीत भगत- अरे आपके समय का जांच करा रहे हैं।

सदन में भाजपा के विधायकों ने कर दिया हंगामा गरीबों का चावल चोरी करने का आराेप लगाया, नारेबाजी होने लगी।

शिव डहरिया- इनके समय में नान घोटाला हुआ है।

बवाल बढ़ता गया, विधायकों की कमेटी से जांच कराने पर अड़ा विपक्ष, अमरजीत भगत- जो गरीबों का चावल खाया उसको छोड़ेंगे नहीं, वसूलेंगे कार्रवाई करेंगे।

शिव डहरिया- रमन सिंह अक्षम हैं क्या बोलने में इतने लोग खड़े हो गए।

कांग्रेस की ओर से नान घोटाने पर शर्म करो, भाजपा की ओर से चावल चोर हाय हाय के नारे लगने लगे।

अमरजीत भगत- बचत स्टॉक का स्त्यापन किया गया है सभी जिलों में 41 हजार टन की कमी पाई गई है। वितरण डाटा न होने अन्य कारणों का परीक्षण कराया जा रहा है 13 मामलों में FIR कराई , 19 मामलों में चावल की वसूली की गई हे। दुकानों काे निलंबित किया गया है। 24 मार्च 2023 तक कार्रवाई पूरी करने को कहा गया है। इसके बाद एक-एक से पैसा वसूला जाएगा किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। जो जो गरीबों का चावल खाया है किसी को छोडेंगे नहीं। नारायण चंदेल – सदन की जांच कमेटी बनाने पर हंगामा हो गया। भरोसा नहीं है क्या। सौरभ सिंह- सितंबर से मामला चल रहा है इतने दिन में किसको बचाया जा रहा है।

चरणदास महंत ने 5 मिनट के लिए सदन की कार्रवाई को रोक दिया। फिर से कार्रवाई हुई तो हंगामा जारी रहा, फिर बारह बजे तक के लिए सभा को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद 12 बजे प्रश्नकाल समाप्त हो गया।