गुरुवायूर मंदिर की संपत्ति खुलासा, बैंकों में जमा हैं 1,737 करोड़ रुपए और…

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गुप्त तहखानों में रखी बेशकीमती संपत्ति के लिए सालों पहले चर्चा में रहे श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के बाद अब केरल का एक और मंदिर करोड़ों रुपये की संपत्ति के कारण सुर्खियों में है. एक आरटीआई में पता चला है कि गुरुवायूर श्रीकृष्ण मंदिर के 1,737.04 करोड़ रुपए की राशि बैंक में जमा है. इसके अलावा 271.05 एकड़ जमीन भी है.

इसके अलावा मंदिर में भी सोने, चांदी के अलावा तमाम कीमती चीजें हैं, जो श्रद्धालु भेंट करते रहते हैं. मंदिर प्रबंधन ने इस बारे में सुरक्षा कारणों से इन चीजों की कीमत बताने से इनकार कर दिया. यह मंदिर सदियों पुराना हैं, जहां भगवान विष्णु को कृष्ण के रूप में पूजा जाता है. हर साल देशभर से हजारों लोग यहां दर्शन करने पहुंचते हैं.

गुरुवायूर के निवासी और एक संस्था के अध्यक्ष एम के हरिदास ने आरटीआई दायर कर मंदिर की संपत्ति का ब्योरा मांगा था. गुरुवायूर देवास्वोम ने इस आरटीआई के जवाब में बताया है कि मंदिर के पास 271.0506 एकड़ जमीन है, लेकिन प्रबंधन द्वारा इसकी कीमत आकलन किया जाना बाकी है. एक अन्य सवाल के जवाब में बताया गया कि विभिन्न बैंकों में मंदिर के 1737,04,90,961 रुपए जमा हैं.

देवस्वोम (मंदिर प्रबंधन) ने बताया है कि 2016 में पिनाराई विजयन सरकार के सत्ता में आने के बाद से आज तक कोई वित्तीय मदद नहीं मिली है. 2018-19 में बाढ़ के समय देवस्वोम ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 10 करोड़ रुपए का योगदान दिया था.

आरटीआई कार्यकर्ता ने प्रबंधन पर उठाए सवाल

हरिदास ने कहा कि मंदिर के पास भारी बैंक जमा राशि और अन्य संपत्तियां हैं, फिर भी गुरुवायूर देवस्वोम मंदिर भक्तों के लिए कुछ नहीं कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रबंधन एक अस्पताल चला रहा है, लेकिन इसकी स्थिति और रखरखाव बहुत दयनीय है.

उन्होंने कहा कि ‘प्रसादम’ के वितरण को बेहतर बनाया जाना चाहिए, मंदिर में दैनिक अनुष्ठानों और फूलों के लिए एक उद्यान स्थापित करना चाहिए.

हरिदास ने कहा कि हालांकि तिरुपति (भगवान वेंकटेश्वर) मंदिर सबसे अमीर मंदिर है, लेकिन गुरुवायूर प्रबंधन को अपनी संपत्ति को विभिन्न श्रेणियों जैसे कि कितना सोना है, कितनी संपत्ति है, इसे घोषित करने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए थी. हालांकि, देवस्वोम अधिकारियों ने अभी तक इन बातों को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

तिरुवनंतपुरम में श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर की गुप्त जगहों में दुर्लभ रत्न, बेशकीमती मुकुट, सोने और चांदी के सिक्कों के ढेर, मूर्तियों और पीतल की थालियों और लैंप सहित तमाम चीजों एक विशाल संग्रह मिला था. हालांकि इसकी सही कीमत अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन कथित तौर पर इसकी कीमत एक लाख करोड़ रुपए आंकी गई थी.