छ्त्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों ने एक सहायक आरक्षक की हत्या कर दी है। वारदात के बाद शव को गांव में ही फेंक दिया। बताया जा रहा है कि, सहायक आरक्षक छुट्टी में था और अपने परिजनों से मिलने के लिए गांव आया था। मौका पाकर नक्सलियों ने उसका अपहरण किया और उसे मार डाला। मामला जिले के कुटरू थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, सहायक आरक्षक संजय कुमार वेडजा नक्सल प्रभावित गांव कुटरू का रहने वाला था। वर्तमान में संजय भद्रकाली थाना में पदस्थ था। 11 जून से छुट्टी पर था। कुछ दिन से बीजापुर मुख्यालय में रह रहा था। 19 जून को अपने परिजनों से मिलने के लिए अपने गांव पाताकुटरू आया। नक्सलियों को इसके गांव आने की खबर मिल गई थी।
गांव में ही फेंकी लाश
इसके बाद 19 जून की रात माओवादी आरक्षक के घर पहुंचे। जिसके बाद उसे अपने साथ कुटरू गांव के जंगल लेकर चले गए थे। फिर धारदार हथियार से गला रेत कर इसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को गांव में ही फेंक दिया था। इस बात की जानकारी परिजनों ने पुलिस को दी। 20 जून को पुलिस मौके पर पहुंची है। मामले की जांच की जा रही है।
इससे पहले भी की थी हत्या
दरअसल, कुछ महीने पहले नक्सलियों ने बीजापुर जिले के एक गांव में एक जवान की हत्या की थी। हत्या के बाद उसके शव को भी बीच सड़क पर लाकर फेंक दिया था। साथ ही एक गोपनीय सैनिक और एक सरेंडर नक्सली की भी हत्या नक्सली कर चुके हैं।