एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन को लेकर उठ रही सुरक्षा चिंताओं के बीच कंपनी ने मंगलवार को कहा है कि उसने दुनिया भर से अपने टीकों को वापस लेने की पहल की है। कंपनी ने कहा है कि वह यूरोप के भीतर वैक्सजेवरिया नाम से दी जा रही वैक्सीन को वापस ले रही है। द टेलीग्राफ ने इस बारे में जानकारी दी है। भारत में एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन कोविशील्ड के नाम से लगी थी। देश में अधिकांश लोगों को कोविशील्ड का ही टीका लगा है। एस्ट्राजेनेका ने ये कदम ऐसे समय में उठाया है जब पिछले दिनों ही उसने ब्रिटेन की कोर्ट में स्वीकार किया था कि उसकी वैक्सीन से खून में थक्का जमना की दुर्लभ संभावना हो सकती है। एस्ट्राजेनेका के खिलाफ ब्रिटेन में कई मामले दर्ज हुए हैं, जिसमें लोगों ने वैक्सीन लगवाने के बाद गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का दावा किया है। कंपनी ने अपनी वैक्सीन वापसी के पीछे टीकों की अधिकता को कारण बताया है। कंपनी ने कहा, वैक्सीन को वापस लेने का फैसला उपलब्ध अपडेटेड टीकों की अधिकता के कारण है, जिसके चलते ‘वैक्सीन की मांग में गिरावट’ हुई है। फिलहाल, कंपनी ने केवल यूरोपीय यूनियन के देशों से ही वैक्सीन को वापस लेने के लिए आवेदन किया है, लेकिन टेलीग्राफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दूसरे देशों में यह किया जा सकता है। एस्ट्राजेनेका ब्रिटेन में एक क्लास एक्शन मुकदमे का सामना कर रही है, जिसमें कंपनी की वैक्सीन की वजह से मौत और गंभीर शारीरिक क्षति होने का दावा किया गया है। ब्रिटेन में जेमी स्कॉट नाम के एक व्यक्ति ने एस्ट्राजेनेका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें कहा गया कि वैक्सीन लेने के बाद उसके मस्तिष्क में खून का थक्का जम गया, जिससे उसे दिमाग में गंभीर क्षति हुई।