मैनपाट में बच्चियों की धर्मांतरण की कोशिश, पैसे देकर बच्चों को प्रार्थना सभा में ले जा रही थी महिला

छत्तीसगढ़ : सरगुजा जिले के मैनपाट में आदिवासी समुदाय की बच्चियों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने की कोशिश की गई। एक महिला इन बच्चियों को प्रार्थना सभा ले जा रही थी। अब परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने महिला के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है परिजनों का आरोप है कि महिला आरती मांझी उनकी नाबालिग बच्चियों को बहला फुसला और प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करने के मकसद से बरिमा चर्च ले जा रही थी।बरिमा में पथरई चर्च से जुड़े लोगों ने बत्तिसमां रखा था। आरती को 6 बच्चियों के साथ बरिमा प्रार्थना सभा जाते देख दिलवर यादव और अन्य युवकों ने उन्हें रोका। इस दौरान महिला ने स्वीकार किया कि उसने बच्चियों के परिजनों से अनुमति नहीं ली है।

धर्म रक्षा समिति के खंड संयोजक दिलबर यादव ने बताया कि आरती माझी मैनपाट क्षेत्र में काफी दिनों से ईसाई समाज का प्रचार- प्रसार कर रही है। वह केसरा और सरभंजा ग्राम की 6 बच्चियों को 40-40 रुपए देकर बच्चियों को बहला-फुसलाकर प्रार्थना सभा में ले जाया करती है। ग्रामीणों ने अब प्रार्थना सभा में जाना बंद कर दिया तो वो बच्चों को पैसे देने का लालच देकर ले जाती है।

रविवार को धर्म रक्षा समिति के संयोजक दिलवर यादव ने ग्रामीणों के साथ मिलकर आरती मांझी नामक महिला को पकड़ा था। आरोपी महिला ग्राम सरभंजा और केसरा के मांझी परिवार के 6 बालिकाओं को बरिमा चर्च में बतिस्ता कराने ले जा रही थी। जबकि इस मामले की जानकारी बच्चियों के परिजनों को भी नही थी। परिजनों को जब इसकी जानकारी मिली तो वे मामले को लेकर कमलेश्वरपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए अपराध दर्ज किया है।

 

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed