अगस्त महीने की पहली तारीख सरकार ने नागरिकों को कई मोर्चे पर राहत देने के फैसला किया. विमान के ईंधन की कीमतों में कटौती हुई. कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम कम हुए. बेरोजगारी दर में गिरावट के आंकड़े आए.ऑटो सेक्टर ने एक बार फिर से बिक्री के मामले में रफ्तार पकड़ ली है. देश में बिजली की मांग में इजाफा हुआ है. ये तमाम चीजें एक पॉजिटिव संकेत दे रही हैं.
1. कमर्शियल एलपीजी के दाम कम हुए
एक अगस्त को सरकार ने 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर (LPG) की कीमतों में 36 रुपये की कटौती की. मई के बाद चौथी बार कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम घटाए गए. वहीं, घरेलू रसोई गैस की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ. होटल और रेस्टोरेंट में इस्तेमाल होने वाले 19 किलो के कमर्शियल एलपीजी की कीमत अब 1,976.50 रुपये हो गई है. कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम मई के बाद से 377.50 रुपये कम हुए हैं.
2. विमान ईंधन हुआ सस्ता
एक अगस्त को विमान ईंधन (ATF) की कीमतों में 12 फीसदी की कटौती की गई. ATF में यह अब तक की सबसे बड़ी कटौती है. इंटरनेशनल मार्केट में आई तेल के दामों में गिरावट की वजह से यह कटौती हुई है. देश की राजधानी दिल्ली में ATF की कीमत में 16,232.36 रुपये प्रति किलोलीटर ( 11.75 फीसदी) की कटौती हुई है. अब इसका रेट 121,915.57 रुपये प्रति किलोलीटर हो गया है.
3. बेरोजगारी दर में गिरावट
जुलाई 2022 में बेरोजगारी दर में गिरावट आई है. जुलाई में बेरोजगारी दर 6.80 फीसदी हो गई है. वहीं, जून के महीने में ये 7.80 फीसदी पर थी. बेरोजगारी दर का ये आंकड़ा पिछले छह महीने में सबसे कम है. CMIE के आंकड़े के अनुसार, अच्छे मॉनसून की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़े हैं.
4. ऑटो बाजार में लौटी रौनक
कोरोना महामारी के बाद ऑटो मार्केट ने उड़ान भरने की शुरुआत कर दी है. जुलाई महीने के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि ऑटो के बाजार में रौनक लैटने लगी है. जुलाई में टाटा मोटर्स ने कुल 81,790 गाड़ियां बेची हैं. सालाना आधार पर टाटा मोटर्स (Tata Motors) की कुल बिक्री में 51.12 फीसदी का उछाल आया है.
मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) की कुल बिक्री जुलाई 2022 में 8.28 फीसदी बढ़ी है. जुलाई में मारुति सुजिकी की 1,75,916 गाड़ियों की बिक्री हुई है. महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra and Mahindra) की बिक्री में सालाना आधार पर 33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. जुलाई में महिंद्रा ने 28,053 यूनिट की सेल की है.
5. बिजली की खपत में इजाफा
जुलाई महीने में बिजली की खपत में इजाफा हुआ है. आम तौर पर मॉनसून की बारिश के दौरान घरों में बिजली की खपत कम होती है. किसान भी खेतों की सिचाईं के लिए ट्यूबवेल का इस्तेमाल कम करते हैं. जुलाई महीने के दौरान सालाना आधार पर बिजली की खपत में 3.8 फीसदी का इजाफा हुआ है और यह बढ़कर 128.38 अरब यूनिट हो गई है.
ऐसा माना जा रहा है कि बिजली की खपत में बढ़ोतरी से कारोबारी गतिविधियों में तेजी आती है. पिछले साल जुलाई में बिजली की खपत 123.72 अरब यूनिट रही थी. वहीं, जुलाई 2020 में बिजली की खपत 112.14 अरब यूनिट रही थी.
Addressing the joint press meet with President @ibusolih. https://t.co/IPWxvKlilA
— Narendra Modi (@narendramodi) August 2, 2022