छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के एक छोटे से गांव जमरूवा की रहने वाली वीणा साहू अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। सेना की स्पेशल ब्रांच मिलिट्री नर्सिंग सर्विस के लिए उनका चयन हुआ है। फिलहाल उन्हें अम्बाला के मिलिट्री हॉस्पिटल में पोस्टिंग दी गई है। देश के जवानों और उनके परिवारवालो को स्वास्थ्य सुविधाएं दे रही है. वीणा साहू तीन माह की ड्यूटी के बाद छुट्टियों में घर आई तो पूरे गांव ने उसका स्वागत किया. खुद प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय ने उनसे फोन पर बात करते हुए उनकी जमकर तारीफ की है मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की इस बेटी पर गर्व है. बालोद जिले के ग्राम जमरूवा के किसान परिवार की बेटी वीणा साहू ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट नर्सिंग अफसर बनकर समूचे छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है. फोन पर बिटिया वीणा से बात कर उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी और उत्साहवर्धन किया. बेटियां हमारा स्वाभिमान हैं, छत्तीसगढ़ की शान हैं. वीणा की यह उपलब्धि प्रदेश के असंख्य युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है. बिटिया को पुनः बधाई. जय छत्तीसगढ़.
छत्तीसगढ़ की इस बेटी पर गर्व है।
बालोद जिले के ग्राम जमरूवा के किसान परिवार की बेटी वीणा साहू ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट नर्सिंग अफसर बनकर समूचे छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है। आज फोन पर बिटिया वीणा से बात कर उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी और उत्साहवर्धन किया।… pic.twitter.com/eWvaYenMz8
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 1, 2025
गांव में ही किसानी कार्य और एक छोटे से दुकान के भरोसे ही वीणा के परिवार का जीवन चलता है. वीणा साहू ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता और टीचर्स को दिया, जिन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया और मार्गदर्शन किया. उनकी इस सफलता ने न केवल जमरूवा गांव बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ को प्रेरित किया है. उनकी कहानी यह सिखाती है कि अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत ईमानदारी से की जाए, तो कोई भी सपना असंभव नहीं है.