अगरतला में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग के बाहर हिंदू नेता चिन्मय दास की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद मंगलवार को पूछताछ के लिए भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब किया गया। इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। उन पर बांग्लादेश के वाणिज्य दूतावास में घुसने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया। बांग्लादेश संगबाद संस्था (बीएसएस) ने कहा कि भारतीय दूत शाम 4 बजे विदेश मंत्रालय में दाखिल हुए। भारतीय उच्चायुक्त को कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्लाह ने तलब किया। 5 अगस्त को तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत आने के बाद से दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। पिछले हफ्ते हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद यह तनाव और बढ़ गया है।
अगरतला स्थिति बांग्लादेश के उप उच्चायोग भवन पर सोमवार को कुछ असामाजिक तत्वों के हमले पर भारत ने गहरा खेद जताया है। इसके बाद देशभर में बांग्लादेश उच्चायोग के भवनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई। बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने एक विस्तृत प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भारत को विएना समझौते की याद दिलाते हुए गहन जांच की मांग है।
इस हमले ने भारत को बैक-फुट पर ला दिया है क्योंकि अभी तक भारत ढाका स्थित अपने उच्चायोग की सुरक्षा के लिए बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति अपनाए हुए था। इस प्रकरण से भारत और बांग्लादेश के बीच चल रहा कूटनीतिक तनाव और गहरा गया है।