दुर्ग-भिलाई में 2 और बांग्लादेशी पकड़ाए, अब-तक 7 अरेस्ट, 12 साल पहले बॉर्डर पार कर भारत में घुसे

छत्तीसगढ़ : दुर्ग पुलिस जिले में पुलिस ने 2 और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। दोनों पिछले करीब 6-8 महीने से कैंप क्षेत्र में रह रहे थे। एसटीएफ और छावनी थाना की संयुक्त टीम ने घुसपैठियों की पहचान कर दोनों को पकड़ा। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहमद अब्दुल रौब हुसैन (पूर्व में मोहमद अली शेख के नाम से) और साथी खातून (पूर्व में साथी शेख के नाम से) के रूप में हुई है, जो मूलत: जेस्सोर, बांग्लादेश के निवासी हैं। इनको मिलाकर जिले में सात बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े जा चुका हैं। इन सबके पास इस तरह के दस्तावेज मिले हैं। इनके किराए का मकान भी मिल जाता है।
पुलिस प्रवक्ता एएसपी पद्मश्री तवर ने बताया कि एएसपी ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल में पासपोर्ट वीजा मिले है। मोबाइल की जब्ती की गई। जांच पर बांग्लादेशी नागरिक साथी खातून मोबाइल इंटरनेट कॉल और सोशल मीडिया के माध्यम से बांग्लादेश में रहने वाले रिश्तेदारों से लगातार संपर्क में रही है। बांग्लादेश की नागरिकता से संबंधित जन्म प्रमाण पत्र, फोटो परिचय पत्र, पुलिस द्वारा दुर्ग जिले में अब तक 7 बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े जा चुके हैं। पुलिस अवैध घुसपैठियों पर कार्रवाई करती है, लेकिन उनको कोर्ट से जमानत भी मिल जाने के कारण उनके हौसले बढ़ जाते हैं।
एएसपी ने बताया कि दोनों आरोपी पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के निवासी होने का झूठा दावा कर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत में निवासरत थे। उन्होंने आधार कार्ड, पैन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र और बैंक पासबुक जैसे दस्तावेज बनवा रखे थे। भिलाई में कोटक महिन्द्रा बैंक में खाता भी खुलवाया है। बैंक ने किस दस्तावेजो के आधार पर खाता खोला है इसकी जांच की जाएगी। साथ ही किराए पर मकान देने वाले और दस्तावेज तैयार करने में मदद करने वाले की भूमिका की जांच की जा रही है। विवेचना के बाद जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी होगी।