उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा फैसला लेते हुए एक नए परिवार कल्याण कार्ड की योजना बनाई है. इसके तहत राज्य के सभी परिवारों की मैपिंग कर फैमिली कार्ड बनाया जाएगा. फैमिली कार्ड 12 अंकों का होगा. इस कार्ड की मदद से सरकार परिवारों के बारे में पूरी जानकारी जुटाने में मदद करेगी.
बताया जा रहा है कि कार्ड की मदद से योगी सरकार लोगों को सरकारी योजनाओं से रोजगार और नौकरी दिलाने में सहयोग करेगी. हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसको लेकर एक प्रेजेंटेशन देखा था और अब समाज कल्याण विभाग को इसे लागू करने के निर्देश दिए हैं. परिवार पहचान पत्र के लिए राशन कार्ड से डाटा एकत्रित करने की तैयारी की जा रही है. अगर ऐसा होता है तो कुछ ही दिनों में 60 प्रतिशत परिवार इससे जुड़ सकेंगे.
परिवार कल्याण कार्ड योजना से सरकार हर परिवार को रोजगार से जोड़ेगी. इसके अलावा सरकार की सभी योजनाओं को भी एक-एक परिवार से जोड़ा जाएगा. साथ ही धोखाधड़ी भी रुकेगी. उदाहरण के लिए यदि एक ही परिवार को सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है तो उसका डाटा भी सरकार के पास रहेगा. अगर अपात्रों को लाभ दिया जा रहा है तो उनके कार्ड क्लियर हो जाएंगे.
फैमिली कार्ड बनने के बाद फर्जी कार्ड हो जाएंगे बंद
जानकारी के मुताबिक, फैमिली कार्ड बनने के बाद फर्जी कार्ड बंद कर दिए जाएंगे. एक ही परिवार को बार-बार किसी योजना का लाभ मिलना बंद हो जाएगा. सरकार की मंशा है कि जिन परिवारों को अभी तक लाभार्थी योजनाओं का लाभ नहीं मिला है, उन परिवारों को लाभार्थी योजनाओं के अंतर्गत लाया जाए.
इतना ही नहीं इस कार्ड के बनने से सरकार के पास यह भी डाटा होगा कि किस परिवार को रोजगार और नौकरी की जरूरत है. उसी के अनुसार उस परिवार के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी. अधिकारियों के मुताबिक, इस कार्ड के बनने से लोगों को काफी फायदा होगा. इन्हें सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ा जा सकता है और इसके लिए अलग से आवेदन या किसी अन्य दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी.
फैमिली कार्ड में राज्य में रहने वाले लोगों की होगी पूरी जानकारी
वहीं, हरियाणा में चल रहे परिवार के पहचान पत्र और कर्नाटक के फैमिली कार्ड की जानकारी यूपी सरकार ने ली है. हरियाणा में परिवार कार्ड के लिए राशन कार्ड डेटा का उपयोग किया जाता है. इसमें स्पष्ट किया गया है कि फैमिली कार्ड में राज्य में रहने वाले लोगों की पूरी जानकारी रखी जाएगी. इसमें उन परिवारों को प्राथमिकता के स्तर पर रखा जाएगा, जिनके यहां कोई नौकरी नहीं होगी.
इसी प्रकार यदि परिवार के एक सदस्य का जाति प्रमाण पत्र बनवाया जाता है तो परिवार के अन्य सदस्य भी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. उन्हें आवेदन के साथ किसी अन्य दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी. फैमिली कार्ड बनने के बाद बेरोजगारों के लिए विशेष योजना भी तैयार की जाएगी. उनके अनुसार रोजगार उपलब्ध कराने का कार्यक्रम बनाया गया है.