राजधानी पटना में रहने वाले ज्यादातर लोगों को आमतौर पर बिजली कट झेलने की आदत नहीं है, लेकिन फिलहाल बिजली जा रही तो बहुत समय पर आ रही है। क्या आप इसकी वजह जानना चाहेंगे। बिजली कंपनी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, जिसके कारण पटना समेत बिजली कंपनी के बड़े हिस्से में बिजली जाने के बाद आने के लिए तैयार नहीं। सोमवार को गर्दनीबाग में धरना स्थल पर बिजली कंपनी के कर्मचारी अपने गुस्से का प्रदर्शन करने के लिए जुट गए हैं। इससे पहले रविवार को बिजली कंपनी और कर्मचारियों के बीच टकराव उस समय बढ़ गया जब बिजली कंपनी की सख्ती के बाद बिजली कंपनी के कर्मचारी धरना देने पर अड़ गए। धरना करने के खिलाफ पावर होल्डिंग कंपनी ने यह फरमान जारी कर दिया कि जो कर्मी धरना पर बैठेंगे उनका कंपनी वेतन काटेगी। लेकिन कंपनी के इस तुगलकी फरमान के बाद भी सोमवार की सुबह 11 बजे से गर्दनीबाग में होने वाले धरने में शामिल होने के लिए 300 से अधिक कर्मियों ने कंपनी को आकस्मिक अवकाश का आवेदन दिया है।
क्या कहते हैं एसोसिएशन
बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एसोसिएशन के संरक्षक राजेश कुमार भगत का कहना है कि कंपनी के तुगलकी फरमान से कर्मचारी आक्रोशित हैं। पहले 250 कर्मचारी धरना में शामिल होने वाले थे लेकिन अब 300 से अधिक कर्मियों ने आकस्मिक अवकाश का आवेदन दे दिया है। उन्होंने बताया कि यह संख्या करीब 500 के पार कर जाएगी।
सामूहिक अवकाश पर जाने की दी धमकी
बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एसोसिएशन के संरक्षक राजेश कुमार भगत का यह भी कहना है कि बिजली कंपनी प्रबंधन को हमलोगों ने कई बार पत्र लिखा लेकिन कंपनी के प्रबंधक यूनियन से बातचीत करने के लिए तैयार नहीं होते है। उन्होंने कहा कि धरना के बाद भी अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो मजबूरन हमलोग सामूहिक अवकाश पर जाने के लिए मजबूर हो जायेंगे। इतना ही नहीं अगर कंपनी हमलोगों पर किसी तरह की कार्रवाई करती है तो फिर हमलोग अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।
ये है कर्मियों की मांग
बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एसोसिएशन के महामंत्री संजीव कुमार शर्मा का कहना है कि हमारी मांग सभी पावर सब स्टेशन की सभी पाली में एक-एक हेल्पर की व्यवस्था, तकनीकी कर्मियों को 10% अधिक वेतनमान करने, मानव बलों को पूरे महीने का वेतन देने, नई बहाली में मानव बलों को वरीयता देने और 900 पे-ग्रेड का 3200 में मर्जर करने की है।
बिजली कंपनी प्रबंधन सख्त
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के डीजीएम कार्मिक अजय कुमार मिश्र ने पावर जेनरेशन, पावर ट्रांसमिशन, साउथ बिहार और नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के डीजीएम प्रशासनिक और डीजीएम कार्मिक को पत्र लिखा है। उस पत्र के अनुसार धरना में शामिल होने वाले उन कर्मियों का वेतन काटने, धरना से निपटने के लिए अपने स्तर से एहतियाती कार्रवाई करने, धरना में भाग लेने वाले कर्मियों का नाम, पदनाम, पदस्थापना का स्थान प्राप्त कर नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।