Bijapur : अंधेरे में अस्पताल, टॉर्च की रोशनी से इलाज, हॉस्पिटल में 2 जनरेटर, दोनों खराब…

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के भोपालपटनम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति इन दिनों बदतर है। यहां लाइट गुल होने पर टॉर्च की रोशनी से डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। मरीजों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है लाइट गुल होने के बाद अस्पताल मे उपचार मोबाइल टॉर्च के जरिये किया जा रहा है। अस्पताल में दो बड़े जनरेटर रखे हुए हैं वो तकरीबन दो साल से खराब हैं और सोलर पैनल तो लगा हुआ है, लेकिन वह अधिकतर खराब रहता है। अस्पताल मे बिजली बाधित होने के बाद परेशानी निर्मित होती है। कभी-कभी तो पूरी रात बिजली गुल हो जाती है। ऐसे में जब मरीजों का इलाज और प्रसव का समय आता है तो स्वास्थ्यकर्मियों को अपने मोबाइल टॉर्च या मोमबत्ती की रोशनी के सहारे चिकित्सा संबंधी सेवाएं देनी पड़ती हैं। यहां पदस्थ बीएमओ व्यवस्था सुधार में थोड़ी भी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। इसका सीधा असर स्वास्थ्य सेवाओं और ग्रामीणों के उपचार पर पड़ रहा है। भोपालपटनम के इतने बड़े घनत्व वाले इलाके मे मौजूद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में यह हालत है तो अंदरूनी जगह में क्या होगा। इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। भोपालपटनम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बिजली जाने के बाद अस्पताल में पूरा अंधेरा सा छा जाता है। वहां लगे फ्रिजरों मे टिटनेस, बच्चों को लगने वाली वैक्सीन भी खराब हो रही है। वैक्सीन को ठंडी जगह फ्रिज में रखना होता हैं। भोपालपटनम में बिजली की सबसे ज्यादा परेशानी है। आए दिन यहां बिजली घंटो बाधित रहती है।

सीएचसी भोपालपटनम मे पहले से दो जनरेटर लगे हुए हैं। दोनों तक़रीबन दो साल से ख़राब हैं और सौर ऊर्जा भी बंद पड़ा हुआ हैं । कलेक्टर ने 28 जून को भोपालपटनम दौरा किया था, लाइट की समस्या को देखते हुए उन्होंने तत्काल नया जनरेटर भेजवा दिया। लेकिन उसे इनस्टॉल करवाने के लिए प्रबंधन के पास समय नहीं हैं। तकरीबन एक महीने से जनरेटर आकर बाहर पानी मे भीग रहा है।