छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र की सातवें दिन की कार्यवाही के दौरान सदन में पहली बार महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने प्रश्नों का उत्तर दिया. इस दौरान अध्यक्ष रमन सिंह ने लक्ष्मी राजवाड़े की हौसला आफजाई की.साथ ही साथ उनके पहले प्रश्नोत्तर काल के लिए शुभकामनाएं दीं.इस दौरान महिला बाल विकास मंत्री से जशपुर और पत्थलगांव जिले की महिला विधायकों ने प्रश्न किए.
कमोड में बच्चे का प्रसव, क्या जांच होगी ? : पत्थलगांव विधायक गोमती साय ने सदन में आंगनबाड़ी केंद्रों में सुधार,कुपोषण और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर लक्ष्मी राजवाड़े से प्रश्न किया. इस दौरान जशपुर विधायक रायमुनि भगत ने लक्ष्मी राजवाड़े से पूछा कि सरकारी अस्पताल के कमोड में शिशु का जन्म हुआ था.ये घटना काफी दर्दनाक है. महिला को प्रसव पीड़ा हुई और वो वाशरूम गई.जहां के कमोड में बच्चे का जन्म हो गया.इसके बाद इस घटना को छिपाने के लिए पूरा अस्पताल प्रबंधन लगा रहा. विधायक रायमुनि भगत के मुताबिक घटना वाले दिन वो अस्पताल में छह घंटे तक थी.इस दौरान दोषी डॉक्टर और स्टॉफ को बचाने के लिए कोशिश होती रही.
इन सवालों के जवाब में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने एक एक करके उत्तर दिया.लक्ष्मी राजवाड़े ने गोमती साय के प्रश्न पर कहा कि उनके संज्ञान में यदि आंगनबाड़ी या कुपोषण से संबंधित मामले आए तो उस पर जरुर कार्रवाई होगी.साथ ही साथ रायमुनि भगत के सवाल के जवाब में लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि जिस घटना की महोदया ने बात की वो महिला एवं बाल विकास विभाग का नहीं है.ये पूरा मामला स्वास्थ्य विभाग का है.जिसके बाद कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा ने स्वास्थ्य विभाग से इस मामले में घोर लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई की बात की. वहीं विधायक रायमुनि भगत ने रेडी टू ईट का मुद्दा भी विधानसभा में उठाया. रायमुनि भगत ने पूछा कि क्या रेडी टू ईट का काम महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपा जाएगा? जिस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि इस संबंध में विचार करेंगे.