आगामी 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुटी हैं. इस क्रम में बीजेपी भी अलग-अलग राज्यों में एक्टिव हो गई है. केरल में ईस्टर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कई ईसाइयों और ईद पर मुसलमानों के घरों का दौरा की. अब इसी तरह के अभियान को पार्टी देश के मध्य भाग में भी जारी रखने जा रही है. छत्तीसगढ़ में भी 13 जून से ‘मोदी मित्र’ नाम से अभियान चलाया जा रहा है. यहां बीजेपी कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर उन्हें मित्र बना रह हैं.
बीजेपी विशेष रूप से पांच संसदीय क्षेत्रों में इस अभियान को जोर-शोर से चला रही है. रायपुर, राजनांदगांव, सरगुजा, बिलासपुर और बस्तर में इसका प्रमुख प्रभाव रहा है. इन सीटों पर मुस्लिमों की काफी संख्या अधिक है. ‘मोदी मित्र’ अभियान के छत्तीसगढ़-ओडिशा-महाराष्ट्र संयोजक डॉ. सलीम राज का दावा है कि इस अभियान के जरिए अब तक महज 30 दिनों की अवधि में सफलतापूर्वक 3000 मित्र बना लिए गए हैं. अभियान को तेज करने के लिए बीजेपी पिछड़े वर्ग के मुसलमानों यानी पसमांदा मुस्लिमों से जुड़ने के लिए 27 जुलाई से स्नेह यात्रा भी निकाल रही है. यह यात्रा दिल्ली से शुरू होकर छत्तीसगढ़, ओडिशा और महाराष्ट्र सहित पूरे देश में जाएगी.
उन्होंने आजतक से बात करते हुए आगे कहा कि उच्च जाति के अधिकांश मुस्लिम पारंपरिक कांग्रेस के मतदाता हैं. हालांकि, पसमांदा मुसलमानों ने अभी तक कोई राजनीतिक पक्ष नहीं चुना है, जो बीजेपी के लिए एक फायदा हो सकता है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी का फोकस छत्तीसगढ़ पर ज्यादा है. इसीलिए अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति का आयोजन भी रायपुर में किया गया.
‘स्नेह यात्रा समय से पूरा करना प्राथमिकता’
उन्होंने कहा कि प्राथमिकता स्नेह यात्रा को समय पर पूरा करना है ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में भी लाभ मिल सके. मोदी मित्र बनने वाले प्रत्येक व्यक्ति को एक प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जा रहा है और उनका संपूर्ण डेटा रखा जा रहा है ताकि उन्हें पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों और एजेंडे के बारे में सचेत करने के लिए समय-समय पर नियमित संदेश भेजे जा सकें. इस अभियान में वकीलों, अकाउंटेंट, मीडियाकर्मियों, प्रोफेसरों, डॉक्टरों और अन्य पेशेवरों को जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. पार्टी का मानना है कि ऐसे भी लोग हैं जो बीजेपी का हिस्सा नहीं बनना चाहते, लेकिन वे पीएम मोदी के काम की सराहना करते हैं.
उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य मुस्लिम समुदाय के अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़ना है. पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले 3.25 लाख मोदी मित्र बनाने का लक्ष्य रखा है. एक प्रभारी और 3 सह-प्रभारी को मुस्लिम बहुल हर लोकसभा में करीब 5,000 मोदी मित्र बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हर लोकसभा में 750 मोदी मित्र सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे.
छत्तीसगढ़ में 5 लाख मुस्लिम मतदाता
उपलब्ध आंकड़ों पर गौर करें तो छत्तीसगढ़ में कुल 2.55 करोड़ आबादी में पांच लाख मुस्लिम मतदाता (2.2%) हैं. 2019 के संसदीय चुनावों के लिए मतदाता विश्लेषण के अनुसार, राज्य की राजधानी रायपुर में 4.2% मुस्लिम मतदाता हैं, जो 21 लाख से अधिक मतदाताओं में से कुल 88,000 लोग हैं. बिलासपुर संसदीय क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता लगभग 3.7% हैं, जो कुल 18,00,000 मतदाताओं में से 67,000 लोगों का योगदान है.
राजनांदगांव में 17,00,000 मतदाताओं में से लगभग 37,000 मुस्लिम मतदाता हैं, जो 2.2% का योगदान देता है. बस्तर की आरक्षित सीट पर 16 लाख की आबादी में करीब 2 फीसदी (26000) मुस्लिम वोटर हैं. इस वर्ष यह डेटा बढ़ने की संभावना है क्योंकि राज्य चुनाव आयोग द्वारा अभी तक अद्यतन मतदाता सूची जारी नहीं की गई है.