हरियाणा में आज नगर निकाय चुनाव 2025 के नतीजे का दिन है सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती चल रही है प्रदेश के 10 नगर निगम और 32 अन्य निकाय शामिल हैं. हरियाणा के सभी 10 नगर निगम के नतीजे आ गए हैं. कुरुक्षेत्र, करनाल से फरीदाबाद और गुरुग्राम तक बीजेपी की सुनामी देखने को मिली है. 9 नगर निगम में बीजेपी ने जीत दर्ज की है. सिर्फ मानेसर में निर्दलीय महिला उम्मीदवार को जीत मिली है. कांग्रेस विधायक और पूर्व रेसलर विनेश फोगाट के जुलाना नगर पालिका में भी बीजेपी ने जीत दर्ज की है. फरीदाबाद मेयर चुनाव में देश का पुराना रिकॉर्ड टूटा. बीजेपी की प्रवीण बत्रा जोशी ने 3 लाख 16 हजार 852 वोटों से चुनाव जीतकर नया रिकॉर्ड बनाया है. इससे पहले यूपी के गाजियाबाद निकाय चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार सुनीता दयाल ने 2 लाख 87 हजार वोटों से मेयर का चुनाव जीतकर रिकॉर्ड बनाया था.
फरीदाबाद मेयर चुनाव जीतने के बाद जोशी ने कहा, मैं लोगों की मुश्किलों और जरूरतों से वाकिफ हूं. पीने के पानी, कूड़े और सीवेज की समस्या है. केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भरोसा दिया है कि हम मिलकर काम करेंगे और योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई बाधा नहीं आएगी. लोगों ने मुझ पर भरोसा जताया है. मैं उनका आभार व्यक्त करती हूं. मैं उनकी एक-एक समस्या का समाधान करूंगी.
हरियाणा निकाय चुनाव पर सीएम नायब सैनी ने कहा, नतीजे साफ तौर पर दिखाते हैं कि हरियाणा की जनता ने बीजेपी पर कितना भरोसा जताया है. लोगों ने सरकार के विकास कार्यों की वजह से वोट दिया है. ट्रिपल इंजन सरकार अब लोगों के समग्र विकास के लिए काम कर रही है और सभी वादे पूरे कर रही है. कार्यकर्ता खुश हैं और यह परिणाम पीएम मोदी के विजन का नतीजा है. हम जश्न मनाएंगे. हुड्डा के बयान पर सैनी ने कहा, कांग्रेस ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गंभीरता से लेना बंद कर दिया है और इसलिए लोगों ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है हरियाणा के सभी 10 नगर निगम के नतीजे आ गए हैं. पानीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, अंबाला, यमुनानगर, हिसार, करनाल, रोहतक और सोनीपत में बीजेपी जीती है. सिर्फ मानेसर में निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की. इसके अलावा पांच नगर परिषदों और 23 नगर पालिकाओं में वोटों की गिनती जारी है. ज्यादातर जगहों पर बीजेपी आगे चल रही है
हरियाणा निकाय चुनाव में कांग्रेस की हार पर सीनियर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अजीब तर्क दिया है उन्होंने कहा, चुनाव जहां पर हो रहे हैं, वहां कांग्रेस पहले भी नहीं थी. हार से कोई फर्क नहीं पड़ता है. पहले भी नगर निगम चुनावों में बीजेपी का ही दबदबा था. अगर हम कोई मेयर सीट हार गए हैं तो झटका लग सकता है, लेकिन सीट तो पहले से ही हमारे पास नहीं थी. कांग्रेस को कहीं ना कहीं फायदा जरूर हुआ होगा. हो सकता है कि कहीं हमारे काउंसलर एक से बढ़कर दो हो गए हों. हमने चुनाव में कोई जोर नहीं लगाया. मैं चुनाव के दौरान प्रचार के लिए कहीं नहीं गया. मैं पंचायत या निगम चुनाव के दौरान प्रचार करता ही नहीं गुरुग्राम नगर निगम में बीजेपी की राजरानी मल्होत्रा 1 लाख 79 हजार 485 वोटों से चुनाव जीत गईं. जबकि कांग्रेस की सीमा पाहुजा को 91 हजार 296 वोट मिले. नोटा में 15 हजार 911 से वोट गिरे. राजरानी को कुल 2 लाख 70 हजार 781 वोट मिले.