कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बीजेपी नेता खुशबू सुंदर की दिल खोलकर तारीफ की है. शशि थरूर ने खुशबू संदर के एक ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा है कि आज उन्हें खुशबू संदर पर गर्व हो रहा है क्योंकि वे राइट विंग पॉलिटिक्स के बजाय राइट थिंग (न्यायपूर्ण चीज) के लिए खड़ी हुई हैं. राजनीतिक रूप से दो छोर पर खड़े होने के बावजूद शशि थरूर ने तमिलनाडु की इस बीजेपी स्टार की क्यों तारीफ की है, ये हम आपको बताते हैं.
बता दें कि गुजरात दंगे से जुड़े बिलकिस बानो गैंग रेप केस में 11 दोषियों की रिहाई पर खुशबू ने गहरी आपत्ति जताई है. खुशबू सुंदर ने कहा है कि जिस महिला के साथ रेप किया गया है, उसके साथ हिंसा हुई है, उसकी आत्मा पर आजीवन न मिटने वाला दाग दिया गया है उसके साथ बिना राजनीति और विचारधारा पर विचार किए खड़े होने की जरूरत है. उसके साथ जिस भी व्यक्ति ने ऐसा किया है उसे किसी भी हालत में आजाद नहीं होना चाहिए. अगर इस निकृष्ट काम में शामिल व्यक्ति रिहा रहते हैं तो ये मानवता और नारी गरिमा का अपमान है, बिलकिस बानो या फिर कोई भी औरत जो इस पीड़ा से होकर गुजरी है उसे बिना राजनीति और विचारधारा पर विचार किए बिना समर्थन मिलना चाहिए.
Hear hear, @khushsundar! Proud to see you standing up for the right thing, rather than the right wing. https://t.co/NPfumMD6DW
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 26, 2022
बता दें कि इसी 15 अगस्त को गुजरात सरकार ने 2002 के गुजरात दंगों के दौरान बिलकिस बानो गैंगरेप मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे सभी ग्यारह दोषियों को माफी देते हुए रिहा कर दिया था. इस मामले पर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल और सिविल सोसायटी के संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और गुजरात सरकार की जोरदार निंदा की थी. बाद में ये मामला एक बार फिर से कोर्ट में चला गया है.
खुशबू सुंदर के इस ट्वीट पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उनकी तारीफ की है. शशि थरूर ने कहा है कि उन्हें गर्व है कि खुशबू सुंदर राइट विंग के साथ खड़ी होने के बजाय न्याय के हक में खड़ी हैं.
बता दें कि इस मामले में खुशबू सुंदर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान खुशबू सुंदर ने कहा था कि इस मुद्दे पर कोई पॉलिटिक्स है ही नहीं. मैं पहले एक महिला और एक बच्ची की मां के तौर पर बिलकिस के साथ खड़ी हूं. यहां मैं नेता नहीं हूं. न ही किसी पार्टी का प्रतिनिधित्व करती हूं. एक महिला होने के नाते मैं ये स्वीकार नहीं कर पा रही हूं कि 11 दोषियों की माफी नीति के तहत रिहाई हुई है. ये सब देखकर दिल दुखता है और मुझे गुस्सा आ रहा है.