महाराष्ट्र में हुए सियासी घटनाक्रम के बाद अब सबकी नजरें बिहार के राजनीतिक गलियारों पर जाकर टिक गई हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर वापस एनडीए में आ सकते हैं. मगर अब बिहार बीजेपी के बड़े नेता सुशील मोदी के बयान से पता चलता है कि उनकी पार्टी नीतीश को हरगिज स्वीकारने के पक्ष में नहीं है. बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने अपने एक अहम बयान में कहा है कि अब अगर नीतीश कुमार नाक भी रगड़ेंगे तो बीजेपी उन्हें स्वीकार नहीं करेगी.
उधर, महाराष्ट्र में हुए सियासी खेल के बाद अब बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने भी अपने एक बयान से बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है. उन्होंने दावा किया है कि जिस तरीके का विद्रोह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में हुआ है, वैसा ही बिहार में जेडीयू भी संभव है.
सुशील मोदी ने कहा है कि एनसीपी में टूट 23 जून को पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक का परिणाम है, जहां राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करने की तैयारी की जा रही थी.
सुशील मोदी ने दावा किया है कि बहुत जल्द बिहार में भी जेडीयू में टूट हो सकती है और इसी टूट के डर से नीतीश कुमार अपने विधायकों के साथ अलग-अलग बात कर रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा है कि जनता दल यूनाइटेड के विधायक और सांसद ना राहुल गांधी को स्वीकार करेंगे ना तेजस्वी यादव को स्वीकार करेंगे और इसी कारण से पार्टी के अंदर जल्द भगदड़ मच सकती है.
सांसद मोदी का दावा है कि आरजेडी और जनता दल यूनाइटेड के गठबंधन के बाद 2024 लोकसभा चुनाव में कई जेडीयू के सांसदों के टिकट कटने का खतरा मंडरा रहा है और इसी कारण से पार्टी के अंदर बड़ा विद्रोह हो सकता है.
बता दें कि बीते रविवार यानी 2 जुलाई को महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा नाटकीय घटनाक्रम हुआ. इसके तहत एनसीपी नेता अजित पवार पार्टी में विभाजन की स्थिति पैदा करते हुए राज्य सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए. दक्षिण मुंबई के राजभवन में आयोजित समारोह में एनसीपी के 8 नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली.