गीता प्रेस की धार्मिक पुस्तकों की बढ़ी मांग, रामचरित मानस का हुआ स्टॉक समाप्त

राष्ट्रीय

गीताप्रेस से प्रकाशित होने वाली श्रीरामचरितमानस में रामचरितमानस का स्टाक ख़त्म हो गया। गुजरात सरकार ने श्रीमद्भगवद्गीता की 50 लाख प्रतियां मांगीं गुजरात सरकार ने विद्यार्थियों में वितरित करने के लिए श्रीमद्भगवद्गीता की 50 लाख प्रतियों की मांग की है।

प्रेस ने साफ्ट कापी उपलब्ध कराने को कहा है और अनुरोध किया है कि सरकार इसे छपवाकर बंटवा दे। इसके लिए गुजरात सरकार ने रायल्टी देने की पेशकश की तो गीताप्रेस ने विनम्रता से अस्वीकर कर दिया।

गीताप्रेस के ट्रस्टी देवीदयाल अग्रवाल ने बताया की विभिन्न प्रदेशों से बड़ी संख्या में पुस्तकों की मांग आ रही है। श्रीरामचरितमानस तो हमारे सभी केंद्रों से लगभग समाप्त हो गया है।

जगह के अभाव में पर्याप्त संख्या में पुस्तकें प्रकाशित न कर पाना हमारी विवशता है। हम कोशिश कर रहे हैं कि अधिक से अधिक पुस्तकें प्रकाशित की जाएं।