बजट सत्र : राहुल बोले-मेक इन इंडिया अच्छा आइडिया, पीएम ने कोशिश भी की, लेकिन फेल हुए’,

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लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत आज सोमवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने की। राहुल ने कहा कि बेरोजगारी समस्या का समाधान न तो कांग्रेस के नेतृत्व वाली UPA सरकार कर पाई, और न ही नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA की सरकार। राहुल ने कहा- मैंने राष्ट्रपति का भाषण सुना। वह पिछले कई सालों से यही बातें दोहरा रही हैं। हमने ये किया, हमने ये किया हमने वो किया। मैं संसद में बैठकर उन्हें सुन रहा था, मैं सिर्फ उसके खिलाफ जो उन्होंने बोला। आज मैं वो बताऊंगा, कि उनका क्या संबोधन हो सकता था। राहुल ने कहा- देश का भविष्य युवाओं के हाथ में है। इसलिए जो कुछ होना चाहिए उनके लिए होना चाहिए। केंद्र सरकार मेक इन इंडिया लेकर आई, ये अच्छा आइडिया है, लेकिन ये आखिर में फेल साबित हुआ। राहुल गांधी बोले- चार टेक्नोलॉजी गतिशीलता में बदलाव ला रही हैं – इलेक्ट्रिक मोटर, बैटरी, ऑप्टिक्स, AI का इस्तेमाल। एआई अपने आप में अर्थहीन है क्योंकि यह डेटा पर काम करता है। प्रोडक्शन सिस्टम से निकलने वाला हर एक डेटा चीन के स्वामित्व में है। हम भी कास्ट सेंसस में AI की मदद से क्या कुछ नहीं कर सकते हैं। सोशल वेलफेयर में इसका इस्तेमाल हो सकता है। एक तरफ दलित, ओबीसी और आदिवासी संस्थानों और सत्ता में पार्टिसिपेट करें और दूसरी तरफ आधुनिक चीजों में पार्टिसिपेट करके चीन को हराएं। राहुल ने भारतीय चुनाव आयुक्त की चयन प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा- इलेक्शन कमिश्नर को चुना गया है। चीफ जस्टिस को उस कमेटी से हटा दिया, जिसमें पीएम और लीडर ऑफ अपोजिशन थे। मुझे मीटिंग में जाना था एक तरफ शाह और मोदीजी थे और एक तरफ में। क्या करता वहां जाकर। इसे एक सोची समझी साजिश किया जाएगा। इस संविधान की रक्षा के लिए विपक्ष प्रार्थना करता है कि महाराष्ट्र चुनाव का आंकड़ा, लोकसभा और विधानसभा की वोटर लिस्ट दे दीजिए। मैं कह रहा हूं कि इलेक्शन कमीशन नहीं देगा। चुनाव से पहले भाजपा ने कहा था कि 400 पार और संविधान बदल देंगे। यह देखकर खुशी हुई कि प्रधानमंत्री को संविधान के सामने झुकना पड़ा।संविधान हमेशा भारत पर राज करेगा