इंडियन डिप्लोमैट्स की हिफाजत करेंगे कनाडा-ऑस्ट्रेलिया

अंतरराष्ट्रीय

कनाडा में इंडियन डिप्लोमैट्स पर हमले की धमकी देने वाले खालिस्तान समर्थकों पर लगाम कसी जाएगी। कनाडा की फॉरेन मिनिस्टर मेलेनी जोली ने मंगलवार को कहा- हम भी वियना कन्वेंशन का हिस्सा हैं। लिहाजा, भारत के डिप्लोमैट्स की सिक्योरिटी के मामले को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्रालय ने भी बिल्कुल यही बयान जारी किया।

सोमवार को हमारे विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने अपने डिप्लोमैट्स पर हमले की धमकी को लेकर सख्त रुख अपनाया था। उन्होंने कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन से साफ कहा था खालिस्तान समर्थकों को किसी तरह की नाजायज छूट नहीं दी जानी चाहिए।

भारत से बातचीत कर रहा है कनाडा

जयशंकर ने सोमवार को कनाडा में खालिस्तानियों की हरकतों पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए एक डिप्लोमैटिक नोट (डिमार्शे) जारी किया था। इसमें कहा गया था कि खालिस्तान की मांग को प्रमोट करने वालों और इन हरकतों को भारत सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। इससे दोनों देशों के रिश्ते खराब हो सकते हैं। इस बयान के कुछ देर बाद कनाडाई विदेश मंत्री ने जयशंकर से फोन पर बातचीत की थी।

इस बातचीत के बाद मंगलवार को मेेलेनी जोली का बयान आया। उन्होंने कहा- हम भी वियना कन्वेंशन का हिस्सा हैं। लिहाजा, भारत के डिप्लोमैट्स की सिक्योरिटी के मामले को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। बाद में ऑस्ट्रेलिया ने भी यही बयान जारी किया। कहा- हम भारत को भरोसा दिलाते हैं कि उनके डिप्लोमैटिक स्टाफ को पूरी सुरक्षा दी जाएगी।

जोली ने आगे कहा- हमारी सरकार भारत से लगातार बातचीत कर रही है। हमें जानकारी है कि भारत को खिलाफ कुछ ऑनलाइन एक्टिविटीज चल रही हैं और ये 8 जुलाई के इवेंट से जुड़ी हैं। कुछ लोगों की हरकतों को पूरी कम्युनिटी की आईडियोलॉजी नहीं समझा जाना चाहिए।