रिश्ते सुधारने में जुटा कनाडा, अमेरिका में जयशंकर के साथ की सीक्रेट मीटिंग!

अंतरराष्ट्रीय

पिछले महीने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका का आरोप लगाया था. इन आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक गतिरोध बना हुआ है. ऐसे में खबर है कि अमेरिका में कनाडा की विदेश मंत्री ने जयशंकर के साथ सीक्रेट मीटिंग की है. हालांकि, अभी तक दोनों देशों की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है.

ब्रिटेन के अखबार फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जयशंकर और कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली के बीच यह मुलाकात हुई. हालांकि, कनाडा और भारत के विदेश मंत्रालय ने इस मीटिंग की कोई पुष्टि नहीं की है.

इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कनाडा सरकार दरअसल भारत के साथ अपने राजनयिक संबंधों को सुधारने का प्रयास कर रही है. इस महीने की शुरुआत में भी कनाडा की विदेश मंत्री ने कहा था कि वे भारत के साथ निजी तौर पर मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही हैं.

उन्होंने कहा था कि हम भारत की सरकार के संपर्क में है. हमने कनाडा के राजनयिकों की सुरक्षा को बहुत गंभीरता से लिया है और हम उनसे निजी तौर पर चर्चा करेंगे क्योंकि हमें लगता है कि राजनयिक चर्चा तभी बेहतर रहती हैं जब वे बंद दरवाजों के पीछे हो.

क्या है मामला?

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 19 सितंबर को कनाडा की संसद में निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि बीते कुछ हफ्तों से कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर और भारत सरकार के संभावित कनेक्शन के विश्वसनीय आरोपों की सक्रिय तौर पर जांच कर रही हैं. कनाडा कानून का पालन करने वाला देश है. हमारे नागरिकों की सुरक्षा और हमारी संप्रभुता की रक्षा करना हमारा मौलिक कर्तव्य है. हालांकि, कनाडाई सरकार की ओर से ऐसे कोई भी साक्ष्य सार्वजनिक नहीं किए गए हैं कि निज्जर की हत्या में भारत का हाथ है.

इसके बाद कुछ दिनों पहले एक बार फिर ट्रूडो ने भारत पर लगाए आरोपों को दोहराया था. उन्होंने न्यूयॉर्क में कहा था कि मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि इन आरोपों को हाउस ऑफ कॉमन्स के पटल पर लाने का निर्णय हल्के में नहीं लिया गया था. इसे बहुत ही गंभीरता से लिया गया था. निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ है. मुझे लगता है कि एक निष्पक्ष न्यायिक प्रणाली वाले देश के तौर पर यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम बेहद ईमानदारी के साथ काम करें.

ट्रूडो के आरोपों पर भारत का जवाब

वहीं कनाडा के डबल स्टैंडर्ड को भारत ने दुनिया के सामने एक्सपोज कर दिया है. कनाडा सरकार के आरोपों का भारत की तरफ से करारा जवाब दिया गया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि हमने कनाडा की धरती पर आतंकवादी गतिविधियों के बारे में उन्हें जानकारी दी. लेकिन कनाडा ने कोई विशेष जानकारी (निज्जर की हत्या को लेकर) भारत के साथ शेयर नहीं की है. कनाडा आतंकवादी गतिविधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है. उसे अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के बारे में सोचने की जरूरत है. उन्होंने कहा, सबसे बड़ा मुद्दा कनाडा और पाकिस्तान द्वारा वित्त पोषित और समर्थित आतंकवाद है.