छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दिनदहाड़े कांग्रेस नेता की हत्या में इस्तेमाल शूटर्स की कार मिली है। भरनी-परसदा गांव में पोड़ी रोड पर नीले रंग की कार मिली। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है। वारदात के दिन पुलिस रायपुर टोल में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालती रही, इधर बिलासपुर-कोटा रोड से शातिर शूटर्स फरार हो गए। जांच में पता चला है कि कार का नंबर प्लेट बदला गया था।
जिस तरह से फिल्मी अंदाज में ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है, उससे सकरी पुलिस की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है।
संजू की हत्या के मामले में पुलिस को उसके ही छोटे भाई कपिल त्रिपाठी पर शक है। दोनों के बीच में काफी दिनों से जमीन के साथ ही कारोबार में हस्तक्षेप को लेकर विवाद चल रहा था। संजू विवादित जमीन खरीद-बिक्री का काम करता था। इसके साथ ही वह ब्याज में पैसे देता था। उसका भाई कपिल उसके काम में हस्तक्षेप करने लगा था और संजू से जुड़े कारोबारियों को संरक्षण दे रहा था। संजू के नाम से लोगों में दहशत थी, जिसे कपिल खत्म करने कर अपना सिक्का चलाने की कोशिश करता था। दोनों भाइयों के बीच मनमुटाव शुरू हो गया। संजू और उसके पिता जयनारायण त्रिपाठी के साथ भी विवाद चल रहा था। करीब सात माह पहले संजू ने समझौता करने के नाम पर अपने पिता जयनारायण और भाई को घर बुलाया था, तब उसने कपिल पर हमला कर दिया था।
मौत से पहले बच्चो के साथ वाट्सऐप स्टेटस में शेयर किया तस्वीर
संजू त्रिपाठी हिर्री थाना क्षेत्र के ग्राम सांवा स्थित अपने फार्म हाउस गया था, जहां से वह लौट रहा था। फार्म हाउस से उसने अपने मोबाइल पर 3.9 बजे उसने अपने बच्चों के साथ ली गई तस्वीर को वाट्सऐप स्टेटस पर शेयर किया था। दरअसल, संजू अपने बच्चों से बहुत प्यार करता था और हमेशा उनकी चिंता करता था। जिस तस्वीर को उसने शेयर किया है, उसे किसी मंदिर में खिंचाई थी।