झारखंड के कांग्रेस राज्यसभा सांसद धीरज साहू के यहां अरबों रुपए कैश मिलने के बाद सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि जब नोटबंदी की गई फिर करोड़ों रुपए कैसे मिल रहे हैं. इससे नोटबंदी की नाकामी दिखाई दे रही है.
अखिलेश यादव ने एक्स एकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि हाल में जो बेइंतहा नकदी बरामद हो रही है उससे भाजपा सरकार को नोटबंदी की नाकामी का स्मारक बनवा देना चाहिए और उसके नीचे देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के लिए अपना माफ़ीनामा भी लिखवा देना चाहिए. इसी बात पर सरकार ये भी बताए कि कानपुर में उनके अपनों से पकड़ी गई सैंकड़ों करोड़ की नकदी में आख़िर में कितना वापस किया और क्यों?
सपा मुखिया ने कहा कि काले धन, जालसाजी और भ्रष्टाचार की समस्याओं को जड़ से खत्म करने के नाम पर देश में नोटबंदी की गई थी. केंद्र सरकार ने पांच सौ और एक हजार रुपए के पुराने नोटों को बंद कर दिया था. इसके चलते देश की बड़ी आबादी को कतारों में लगना पड़ा. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने तब दावा किया था कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार, काले धन और जालसाजी पर लगाम लगेगी. इसके बावजूद ऐसा नहीं हुआ.
कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों से बरामद भारी नकदी की गिनती रविवार की रात 10 बजे पूरी हो गई. बताया जाता है कि गिनती में कुल 353 करोड़ रुपए मिले हैं. बोलांगीर में 305 करोड़, संबलपुर में 37.50 करोड़ और तितलागढ़ में 11 करोड़ रुपये गिने गए हैं. जब्त जेवरात का आकलन होना अभी बाकी है.