बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बाद सीबीआई आज लालू यादव से पूछताछ करेगी. सीबीआई की टीम मीसा भारती के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंच गई है. लालू यादव अभी यहीं रह रहे हैं. ये पूछताछ IRCTC घोटाला यानी लैंड फॉर जॉब स्कैम में होनी है. इससे पहले सीबीआई ने सोमवार को पटना में राबड़ी देवी से चार घंटे तक पूछताछ की थी.
सीबीआई ने लैंड फॉर जॉब स्कैम पूछताछ के लिए लालू को समन भेजा था. नौकरी के बदले जमीन के घोटाले के मामले में कथित संलिप्तता को लेकर लालू यादव से सीबीआई आज दिल्ली में पूछताछ करेगी.
प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
राबड़ी से सीबीआई की पूछताछ के बाद विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हो गया. तमाम विपक्षी नेताओं ने केंद्र पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, जो विपक्षी नेता भाजपा के सामने झुकने को तैयार नहीं हैं, उन्हें ED-CBI के जरिए प्रताड़ित किया जा रहा है. आज राबड़ी देवी जी को परेशान किया जा रहा है. लालू यादव और उनके परिवार को वर्षों से प्रताड़ित किया जा रहा है, क्योंकि वे झुके नहीं. भाजपा विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है.
Delhi | A CBI team arrives at the residence of RJD MP Misa Bharti to question party chief and her father Lalu Prasad Yadav in connection with the land-for-job case. pic.twitter.com/KnTm2iPCXq
— ANI (@ANI) March 7, 2023
सीबीआई की पूछताछ खत्म होने के बाद राबड़ी देवी विधान परिषद के लिए निकलीं. इस दौरान जब उनसे सवाल किया गया, इसपर राबड़ी देवी भड़क गईं. उन्होंने कहा कि CBI आई तो क्या करें? हमारे यहां हमेशा सीबीआई आते रहती है.
तेजस्वी बोले- हम बचपन से CBI को देखते आए हैं
राबड़ी देवी से CBI की पूछताछ पर तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. तेजस्वी ने कहा, नीतीश जी जब से महागठबंधन में आए हैं तब से इन जांचों में बढ़ोतरी देखी गई है. तेजस्वी यादव का कहना है कि वे बचपन से सीबीआई को देखते आ रहे हैं.
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम?
लैंड फॉर जॉब स्कैम का यह केस 14 साल पुराना है. उस वक्त लालू यादव रेल मंत्री थे. दावा है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीन लिखवा ली थी. बताते चलें कि लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे. सीबीआई ने इस मामले में 18 मई को केस दर्ज किया था. सीबीआई के मुताबिक, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया और जब उनके परिवार ने जमीन का सौदा किया, तब उन्हें रेगुलर कर दिया गया.