एग्जाम में बैठने प्री-डिलीवरी कराई.. CGPSC सिविल-जज परीक्षा की टॉपर श्वेता की कहानी…

क्षेत्रीय

CGPSC ने पिछले दिनों सिविल जज परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया है। इसमें श्वेता दीवान ने टॉप किया है। श्वेता के लगन की कहानी बड़ी संघर्ष भरी है। सिविल जज परीक्षा के पहले अटेम्प्ट में मेंस के ही दिन डॉक्टर ने डिलीवरी की डेट दी थी, लेकिन परीक्षा के लिए उन्होंने प्री-डिलीवरी कराने का निर्णय लिया। यही नहीं इसके बाद वह नवजात बच्चे को छोड़कर पेपर देने गईं। हालांकि, पहले प्रयास में वह इंटरव्यू तक पहुंचीं, लेकिन सिलेक्शन नहीं हो पाया। उन्होंने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल की। श्वेता का कहना है कि उनकी सिविल जज की यात्रा बच्चे के जन्म से पहले की है। पहले अटेम्प्ट में सिविल जज के प्री-एग्जाम के दौरान मैं प्रेग्नेंट थीं और मेंस के ही दिन डिलिवरी की डेट दी गई थी। एग्जाम में बैठने के लिए मैंने प्री-डिलिवरी कराई। इंटरव्यू तक भी पहुंचीं लेकिन सिलेक्शन नहीं हो पाया। दूसरे अटेम्प्ट में बच्चा 4 महीने का था। उसकी देखरेख करते हुए उन्होंने तैयारी की। श्वेता का कहना है कि दूसरे प्रयास में छोटे बच्चे के साथ परीक्षा की तैयारी करनी थी। ऐसे में पति सुयश धर दीवान के साथ मायके और ससुराल वालों ने भी पूरा सहयोग किया।

श्वेता का कहना है कि 11वीं और 12वीं में मैथ्स सब्जेक्ट से उन्होंने पढ़ाई की थी। इसके बाद इंजीनियरिंग किया और बालको (भारत एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड) में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर काम भी किया। 2018 में जब शादी हुई उसके बाद तय किया कि मुझे सिविल जज बनना है। इसलिए 2019 में मैंने लॉ किया और फिर सिविल जज की तैयारी की।