कुसमुंडा खदान में कोयला काल बना रहा है. हैवी ब्लास्टिंग से आसपास के गांव के लोगों में दहशत का माहौल है. ब्लास्टिंग से लोगों के घरों में कोयले के टुकड़े गिर रहे हैं. लोग बाल बाल बचे हैं. इस इलाके में हमेशा मौत का खतरा मंडराते रहता है, लेकिन जिम्मेदारों की नाकामी अब काल बनकर आसमान में उड़ने लगी है. कुसमुंडा खदान के दक्षिण दिशा के मुहाने पाली गांव की घटना है. इस घटना को लेकर लोगों में बेहद आक्रोश है. उनका कहना है कि उनके छोटे छोटे बच्चे घरों में हैं. ये पत्थर किसी के ऊपर भी गिर सकते थे.
ग्रामीणों ने कहा कि कुछ हो जाता तो किसकी जिम्मेदारी होती. ब्लास्टिंग से हमारे घरों के दीवार, पीने के लिए बने कुंए टूट फूट रहे हैं. घटना के बाद पाली गांव के कुछ लोगों ने विरोध करने कुसमुंडा खदान में उतर कर कोल डिस्पेच को बंद कराने का प्रयास किया. आपको बता दे की कल ही एक मजदूर की मौत का मामला सामने आया था। बताया जा रहा है की वो खदान में बन रहे समानता कंपनी के निर्माणाधीन बैंकर में पेंटिंग का काम करने लगभग 20 फीट ऊंचाई पर चढ़ा था।
ऊंचाई पर कार्य करते समय वह अनियंत्रित होकर नीचे गिर गया। नीचे जमीन पर गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। गिरने की आवाज आने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो उसकी सांस चल रही थी। आनन-फानन में उसे तत्काल कोरबा अस्पताल के लिए रवाना किया गया। यहां उपचार के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। मृतक का नाम 33 वर्षीय महावीर सिंह कंवर, चुनचुनी बस्ती निवासी बताया जा रहा है। मामला कुसमुंडा थाना क्षेत्र का है।