अग्निवीरों को छत्तीसगढ़ में मिलेगा आरक्षण, पुलिस सेवा, वन सेवा एवं जेल प्रहरी भर्ती में सीधा लाभ, मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान

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छत्तीसगढ़ सरकार अग्निवीरों को विशेष आरक्षण देगी। आर्मी से सेवा के बाद ये जवान प्रदेश सरकार की अलग-अलग फोर्स में भर्ती हासिल कर सकेंगे। गुरुवार को विधानसभा में इसका ऐलान प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कल बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य के अग्निवीर जवान जब भारतीय सेना में अपनी सेवा के पश्चात वापस आएंगे तो छत्तीसगढ़ सरकार इन नौजवानों को पुलिस सेवा में आरक्षक, वन सेवा में वन रक्षक और जेल प्रहरी इत्यादि पदों में प्राथमिकता के आधार पर समायोजन की सुविधा देगी।

अग्निवीरों को इसके लिए एक निश्चित आरक्षण की सुविधा हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश हमारी सरकार शीघ्र ही जारी करने जा रही है। अग्निवीर स्कीम के नियमों के मुताबिक 4 साल तक ट्रेनिंग और ड्यूटी करने के बाद, कार्य कुशलता के आधार पर 25% सैनिकों को सेवा में कंटिन्यू रखा जाएगा। बाकी के सैनिकों की सेवाएं खत्म कर दी जाएगी। इन्हीं युवाओं को छत्तीसगढ़ में फायदा मिलेगा। छत्तीसगढ़ के मूल निवासी युवाओं को अब सरकार आरक्षण की सुविधा दी रही है। आरक्षण कितना होगा इसे लेकर एक गाइडलाइन सरकार जल्द जारी करेगी। इंडियन आर्मी ने छत्तीसगढ़ से 870 कैंडिडेट्स को सिलेक्ट किया था। यह भर्ती दिसंबर 2023 में जांजगीर-चांपा जिले में आयोजित की गई थी। सेना भर्ती कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया में 5532 कैंडिडेट ने भाग लिया था। इसमें अग्निवीर जीडी, अग्निवीर टेक्निकल, अग्निवीर ट्रेड्समैन के लिए युवाओं का चयन हुआ है।